6 जुलाई से मांगलिक कार्यों पर रोक: चातुर्मास में नहीं होंगे विवाह-गृह प्रवेश, 2 नवंबर से फिर शुरू होंगे शुभ मुहूर्त

By : hashtagu, Last Updated : July 5, 2025 | 5:30 am

Chaturmas 2025: 6 जुलाई 2025 से चातुर्मास की शुरुआत हो रही है, जो 2 नवंबर 2025 तक चलेगा। इस अवधि की शुरुआत देवशयनी एकादशी से होती है, जब धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं। इस चार महीने की अवधि में विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार, भूमि पूजन जैसे सभी मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है।

हिंदू पंचांग के अनुसार यह समय तप, व्रत, भक्ति और संयम का माना जाता है। चातुर्मास में मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं, क्योंकि जब स्वयं भगवान विष्णु विश्राम कर रहे होते हैं, तब किसी भी शुभ कार्य को करने की अनुमति नहीं दी जाती।

इस अवधि में श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ, सात्विक जीवन शैली और उपवास को विशेष पुण्यदायक माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दौरान संयमित और भक्ति-पूर्ण जीवन जीता है, उसे आत्मिक शांति और सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।

2 नवंबर को देवउठनी एकादशी के दिन जब भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागेंगे, तभी से फिर से शुभ कार्यों की शुरुआत मानी जाएगी। इसके बाद विवाह, अन्नप्राशन, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे संस्कार और मांगलिक कार्य दोबारा प्रारंभ होंगे।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी यह काल उपयोगी माना गया है। वर्षा ऋतु में पाचन शक्ति कमजोर होती है, ऐसे में व्रत और सात्विक आहार शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। इसलिए यह समय स्वास्थ्य, संयम और आत्मिक उन्नति का संगम है।