ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़: नव्या-विधि कोर्ट में पेश, पांच तस्कर जेल भेजे गए

By : dineshakula, Last Updated : September 6, 2025 | 5:12 pm

रायपुर: राजधानी रायपुर में पाकिस्तान और दिल्ली से लाई गई खतरनाक ड्रग्स की सप्लाई (drugs supply) के मामले में गिरफ्तार इंटीरियर डिजाइनर नव्या मलिक और विधि अग्रवाल को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। इनके साथ ही ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े ऋषि राज टंडन, मोनू बिश्नोई और हर्ष आहूजा को भी अदालत में पेश किया गया, जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

पुलिस ने किसी भी आरोपी की रिमांड नहीं मांगी, जिससे संकेत मिलते हैं कि अब तक की पूछताछ में उसे पर्याप्त सबूत मिल चुके हैं। नव्या और विधि की पेशी के दौरान कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

यह मामला रायपुर समेत पूरे छत्तीसगढ़ में हलचल मचाने वाला बन चुका है। जांच में यह खुलासा हुआ है कि करीब 850 हाई-प्रोफाइल युवा इस ड्रग्स नेटवर्क से जुड़े हुए थे। इनमें होटल कारोबारियों, व्यवसायियों और राजनेताओं के बेटे शामिल हैं। पुलिस इस नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में आगे बढ़ रही है और जल्द ही कई और बड़ी गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

अब तक की पूछताछ में पुलिस को नव्या मलिक से MDMA सप्लाई से जुड़े कई प्रभावशाली ग्राहकों की जानकारी मिली है, वहीं लवजीत सिंह और रुपिंदर उर्फ पिंदर सिंह से हेरोइन के खरीदारों के नाम सामने आए हैं। पिंदर से 25 घंटे की पूछताछ में यह भी पता चला कि पाकिस्तान से ड्रग्स ड्रोन के जरिए बॉर्डर पार कराई जाती थी और फिर उसके सिंडिकेट के लोग उसे ट्रकों या अन्य माध्यमों से रायपुर सहित देशभर में पहुंचाते थे।

जब ट्रकों से माल भेजने पर पुलिस की नजर पड़ी, तब पिंदर ने रणनीति बदलते हुए अपने लोगों को पहले दिल्ली भेजा और फिर रायपुर। कई बार दिल्ली-पंजाब के नाम पर रायपुर में हेरोइन खपाई जाती थी।

पिंदर के सिंडिकेट से जुड़े 17 से अधिक आरोपी अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि कुछ अभी भी फरार हैं। पुलिस को सुवित श्रीवास्तव के बैंक खाते से 600 से अधिक ड्रग्स खरीदारों की जानकारी मिली है, जिनके खातों को अब फ्रीज कर दिया गया है।

नव्या मलिक, जो रायपुर के कटोरा तालाब क्षेत्र की रहने वाली है, को मुंबई से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उससे 30 घंटे से ज्यादा पूछताछ की, जिसमें उसने न सिर्फ अपने ग्राहकों और मददगारों के नाम बताए, बल्कि यह भी खुलासा किया कि रायपुर में MDMA किस तरह खपाई जाती थी। नव्या की गिरफ्तारी के बाद पांच और लोगों को हिरासत में लिया गया है।

यह मामला केवल एक ड्रग्स रैकेट नहीं, बल्कि एक संगठित अपराध की ओर इशारा करता है, जिसमें कई प्रभावशाली नाम जुड़े हैं। पुलिस की अगली कार्रवाई पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं।