विटामिन बी12 एक महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्व है, जो मस्तिष्क और तंत्रिकाओं के सही कामकाज के लिए बहुत जरूरी है. इसकी कमी से सिरदर्द और तंत्रिका दर्द (Nerve Pain) सबसे आम शिकायतें हैं.
कोलेस्ट्रॉल धीरे धीरे धमनियों की दीवारों पर जमा होकर प्लाक बनाता है जो रक्त का प्रवाह कम कर देता है और दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
गैस, अपच, कब्ज और पेट के कीड़ों की समस्या में काली जीरी असरदार समाधान साबित हो सकती है।
जब पेट में गैस ज्यादा बनती है, तो वह डायफ्राम पर दबाव डालती है — यह एक मांसपेशी है जो फेफड़ों के नीचे होती है और सांस लेने में मदद करती है।
दूसरा असरदार तरीका है रोजाना सुबह कम से कम 20 मिनट की सैर करना और सूर्य की रोशनी लेना। किसी पार्क में नंगे पैर घास पर चलना या धीमी चाल में लंबी वॉक करने से न सिर्फ ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है, बल्कि तनाव भी कम होता है।
जुकाम होने के कारणों में ठंडी हवा, बारिश, अचानक मौसम बदलना, ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम या ठंडा दूध शामिल हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी के लक्षण अक्सर अन्य स्लीप डिसऑर्डर्स या मेंटल हेल्थ कंडीशंस जैसे दिखते हैं, इसलिए सही डायग्नोसिस में देर हो जाती है।
आयुर्वेद में इस निष्क्रिय जीवनशैली से होने वाली समस्याओं का समाधान प्राकृतिक तरीके से बताया गया है। इसके अनुसार दिन की शुरुआत हल्के व्यायाम से करना चाहिए।
डॉ. यारानोव ने 18 अक्टूबर को अपने इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि यह दावा गलत है और वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित नहीं है। उन्होंने कहा कि “यह दावा ड्रामेटिक तो है, लेकिन सच नहीं है।”
योगासन जोड़ों में लचीलापन बढ़ाते हैं, दर्द कम करते हैं और मानसिक तनाव भी घटाते हैं।