‘भूपेश राज’ में 24 लाख ‘ग्रामीण’ परिवारों को मिला ‘स्वच्छ जल’

By : madhukar dubey, Last Updated : March 20, 2023 | 3:01 pm

छत्तीसगढ़। जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 24 लाख ग्रामीण परिवारों (24 lakh rural households) को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। इन लक्ष्य की पूर्ति के लिए निर्माणाधीन कार्यों के लिये 900 करोड़ का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है। वर्ष 2022-23 के मुख्य बजट में 1 लाख 4 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया था। पहले अनुपूरक में 2 हजार 904 करोड़ रूपए, दूसरे अनुपूरक में 4 हजार 338 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया था। तीसरे अनुपूरक बजट की राशि 4 हजार 144 करोड़ रूपए रखी गई है। अभी तक जल जीवन मिशन के तहत 24 लाख ग्रामीणों को स्वच्छ जल प्रदान किया जा चुका है।

कुछ तरह हो रही योजना की देखभाल

ग्राम पंचायत की उप-समिति के रूप में 50% महिला सदस्यों के साथ ग्राम कार्य योजनाओं और संविधान तैयार करने और ग्राम जल और स्वच्छता समिति की तैयारी पर जोर दिया गया। ये सदस्य गावों में जल आपूर्ति ढांचे की योजना, डिज़ाइनिंग, कार्यान्वयन और संचालन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होंगे। सभी गांवों को ग्राम कार्य योजना (वीएपी) तैयार करनी होगी जिसमें अनिवार्य रूप से पेयजल स्रोतों, जल आपूर्ति, दूषित जल प्रबंधन और संचालन तथा रख रखाव शामिल होगा।

केंद्र सरकार की ये है रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ राज्य भूजल की कमी और रासायनिक प्रदूषण के मुद्दो से जूझ रहा है। इस लिये, राज्य को अग्रिम पंक्ति के अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी के माध्यम से पानी की गुणवत्ता के बारे में जागरूकता पैदा करने की सलाह दी गई। जल जीवन मिशन के तहत, अग्रिम पंक्ति के अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी के साथ-साथ स्थानीय समुदाय को भी शामिल कर पानी की गुणवत्ता की निगरानी को प्राथमिकता दी जा रही है। 5 व्यक्तियों, विशेष रूप से महिलाओं को पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए फील्ड टेस्ट किट का उपयोग करने के लिए हर गांव में प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रत्येक वर्ष में हर स्रोत का कम से कम एक बार भौतिक और रासायनिक मापदंडों के लिए और दो बार बैक्टीरियोलॉजिकल प्रदूषण के लिए परीक्षण करने की आवश्यकता है।