लव मैरिज करने पर पिता ने करा दी बेटी की ‘दूसरी शादी’ तो दूसरे पति ने बंधवाई राखी!
By : hashtagu, Last Updated : June 12, 2023 | 9:07 pm
टीम ने कांकेर की सखी वन स्टाप सेंटर को खबर की और उसने अंतागढ़ पुलिस को। शनिवार को अंतागढ़ पुलिस नव विवाहिता के घर पहुंची तथा उसे वहां से निकाला। इसके बाद हुई पुछताछ में पता चला अंतागढ़ का परिवार जिस युवती को शादी कर बहू बना अपने घर लाया है दरअसल वह पहले ही कानूनी तौर पर शादीशुदा है। लेकिन यह शादी युवती के राजस्थान के हाईप्रोफाईल पिता को पसंद नहीं थी।
उन्होने समाज में अपना रूतबा कायम रखने बेटी को उसके प्रेमी पति से अलग कर दबाव बना एक माह पूर्व कांकेर जिले के अंतागढ़ के जितेंद्र जोशी से दूसरी शादी करवा दी। हालांकि यह पूरी जानकारी जितेंद्र व उसके परिवार से भी छुपा कर रखी गई थी।
युवती के सखी सेंटर पहुंचने के बाद खुलासा हुआ कि शादी के बाद जब उसने अपने दूसरे पति को सच्चाई बताई तो पति ने उससे राखी के रूप में मौली को बंधवा लिया। इस फिल्मी प्रेम कहानी की शुरूआत राजस्थान के छोटे से गांव बालेसर जिला जोधपुर से होती है।
इस गांव दो बच्चे सुरेंद्र सांखला व तरूणा शर्मा गांव की प्राथमिक शाला मंे पढ़ते थे। साथ साथ पढ़े बढ़े दोनों बच्चों में कब दोस्ती और प्यार हुआ पता ही नहीं चला। दोनों कालेज पहुंचे और शिक्षा पूरी की तो दोनों ने उसी साल जनवरी में कोर्ट में प्रेम विवाह कर लिया। यह शादी युवती के परिजनों को पसंद नहीं थी क्योंकि युवक उनके समाज का नहीं था। करीब दस दिन बाद दोनांे की तलाश कर उन्हें बालेसर थाना लाया गया।
यहां बयान कराने के बाद दोनों को अलग कर दिया गया। युवती के अनुसार उसे पिछले पांच माह से उसका परिवार राजस्थान व गुजरात के अलग अलग शहरों में कैद कर रखा है। उसके पास न मोबाईल है और न ही उसे किसी से बात करने दिया जाता है।
दबाव डाल पहले राजस्थान में ही एक युवक से सगाई करा दी गई लेकिन वह अपराधी प्रवृत्ति का निकला। इसके बाद अप्रैल में किसी रिश्तेदार के माध्यम से जानकारी होने पर रायपुर लाया गया। यहां अंतागढ़ के लोगों ने देखा तथा पसंद किया।
परिवार ने दबाव बना 1 मई को अंतागढ़ में शादी करा दी गई और इसके बाद वह अंतागढ़ में कैद हो गई। यहां भी उसे प्रताड़ित किया गया। दो दिन पूर्व रायपुर में इलाज के लिए ले जाने के दौरान वहीं अस्पताल से एक अपरिचित से युवती ने मोबाईल मांग अपने पति के नंबर पर मैसेज भेज ट्विटर में प्रताड़ना की शिकायत कर दी। इसके बाद पूरा मामल सामने आया। कांकेर लाने के बाद रविवार को उसे वापस ले जाने अंतागढ़ निवासी उसका दूसरा पति पहुंचा लेकिन युवती ने उसके साथ जाने से इंकार कर दिया।
पति ने कभी बहन तो कभी आंटी कहा
युवती तरूणा शर्मा ने कहा मैं पहले से ही शादीशुदा हूं। दोबारा शादी के लिए परिवार ने दबाव बनाया। बिना किसी दबाव के राजी खुशी शादी कर रही हंू यह साबित करने बालेसर में घर पर ही पूरी पुलिस बुला ली गई। कागज पर हस्ताक्षर कराए गए। मुझे पांच माह तक कैद कर रखा गया। अब मैं न अपने परिवार के पास और न ही अंतागढ जाना चाहती हूं। मेरा परिवार मेरे लीगल हसबेंड को भी यहां आने नहीं देगा। जबतक मेरी शादी नहीं हुई उसे भी धमका कर उस पर पूरी नजर रखी गई। मेरे दूसरे पति को जब मैंने जानकारी दी तो वह मुझे कभी बहन तो कभी आंटी कहता था। उसने मौली के रूप में राखी भी बंधवाई। अब मैं नारी निकेतन जाना चाहती हूं। इसके बाद लीगल हसबेंड के साथ।
मैने दिल रखने बंधवाई मौली
इधर दूसरे पति जितेंद्र जोशी ने कहा युवती उसे तरह तरह से ब्लैक मेल करती थी। उसने कांच की चूिड़या खा ली। उसका दिल रखने मैने उससे मौली बंधवा ली थी। मैने उसे कभी बहन या आंटी नहीं कहा। मेरे पास बोलने शब्द नहीं बचे, मुंझे फंसाया गया है। मेरी जिंदगी बरबाद हो गई। शादी नहीं करने एक बार बोल देती जबरदस्ती शादी नहीं करता। पहले मेरे लिए कई रिश्ते आए लेकिन समाज की लड़की नहीं मिलने से शादी नहीं किया, जब समाज की लड़की मिली तो शादी कर लिया। युवती के घर वाले ही मुझे देखने आए थे मैं नहीं गया था। मैं उसे लेने कांकेर यहां आया हूं अपने साथ रखना चाहता हूं।
बचपन की मोहब्बत, वह हमेशा मुझे स्वीकार
ईघर राजस्थान निवासी युवति के प्रेमी तथा पहले पति सुरेंद्र सांखला ने कहा तरूणा शर्मा उसकी बचपन की मोहब्ब्त है। बचपन से साथ खेले पढे बढ़े हैं। वह हर स्थिति में मुझे स्वीकार है। मैं उसे अपने पास रखूंगा। मैंने उससे लीगल शादी भी की है।
हम कुछ नहीं बता सकते
सखी वन स्टाप सेंटर प्रभारी प्रीति तिवारी ने कहा इस प्रकरण में हम मिडिया को काई जानकारी नहीं दे सकते। यह हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। अंतागढ़ पुिलस ने इसे यहां पहुंचाया है।
सखी सेंटर की सूचना पर किया रेस्क्यू
अंतागढ़ थाना प्रभारी रोशन कौशिक ने कहा रायपुर से सूचना के बाद सखी सेंटर की सूचना पर महिला के घर पहुंच उसे वहां से लाया गया है। महिला को सखी सेंटर कांकेर के सुपुर्द किया गया है।
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