CG पुलिस का एक और धमाकेदार खुलासा, जानें, कैसे पकड़ में आया ऑनलाइन सट्टे का गिरोह

By : madhukar dubey, Last Updated : December 13, 2022 | 9:49 pm

छत्तीसगढ़। ऑनलाइन सट्टा पर पुलिस की कड़ी कारवाई जारी है। महादेव एप के बाद अब रायपुर बुक इन नाम की वेबसाइट से सट्टा खेलाने का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने दो मुख्य सटोरिये को गिरफ्तार किया है। सटोरियों द्वारा रायपुर बुक ऑनलाइन बुकिंग वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा का संचालन किया जा रहा था। मुखबिर की सूचना पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट तथा सिविल लाइन पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा इस पर कार्रवाई की गई। सटोरियों द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से वेबसाइट का प्रचार प्रसार किया जा रहा था।

ऑनलाइन सट्टा का पूरा नेटवर्क महासमुंद जिले के बागबाहरा से संचालित किया जा रहा था। ऑनलाइन सट्टा में पकड़े गए मुख्य सटोरिए बागबाहरा, महासमुंद के निवासी है। सट्टा का ये वेबसाइट सटोरियों के द्वारा हैदराबाद के एक निजी कंपनी से बनवाया गया है। पुलिस ने सटोरियों के कब्जे से ऑनलाइन सट्टा से संबंधित ५ मोबाइल साढ़े १९ हज़ार नगदी, सट्टा का हिसाब किताब जप्त किया है। सटोरियों के विरुद्ध सिविल लाइन थाने में अपराध क्रमांक ७७९/२२ धारा ४क जुआ एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया है ।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेश पर ऑनलाइन सट्टा एवं जुआ पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्रवाई जारी है। वहीं रायपुर पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि कुछ अज्ञात सटोरियों द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए वेबसाइट का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है एवं उनके द्वारा लोगों को ऑनलाइन सट्टा खेलने के लिए आई.डी. भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसकी सूचना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर व अपराध अभिषेक माहेश्वरी, थाना प्रभारी सिविल लाइन एवं प्रभारी एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट को सोशल मीडिया एप में ऑनलाइन सट्टा का प्रचार-प्रसार करने एवं सट्टा खिलाने के लिए आई.डी. उपलब्ध कराने वाले अज्ञात सटोरियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया।

बड़े अधिकारियों के आदेश पर हरकत में आई पुलिस

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट तथा थाना सिविल लाइन पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा उक्त संबंध में कार्य करना प्रारंभ किया गया। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की साइबर विंग द्वारा तकनीकी विश्लेषण के दौरान पाया गया कि अज्ञात सटोरियों द्वारा वेबसाइट के माध्यम से लोगों को आईडी उपलब्ध कराकर सट्टा का संचालन किया जा रहा है। जिस पर साइबर विंग द्वारा वेबसाइट के संबंध में जानकारी एकत्र किया जाकर उक्त वेबसाइट में लिंक मोबाइल नंबरों की जानकारी प्राप्त की गई। प्राप्त मोबाइल नंबरों का पुनः विश्लेषण करने पर पाया गया कि मोबाइल नंबर जिला महासमुंद के बागबहरा में ०२ अलग -अलग व्यक्ति जो बागबहरा के निवासी है, के द्वारा संधारित किया जाकर लोगों को ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए वेबसाइट के माध्यम से आई.डी. उपलब्ध कराया जा रहा है।

जिस पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट तथा थाना सिविल लाईन पुलिस की संयुक्त टीम महासमुंद के बागबहरा रवाना होकर दोनों व्यक्तियों की पतासाजी कर उन्हें पकड़ा गया। पूछताछ में व्यक्तियों ने अपना नाम अभिषेक शर्मा एवं कुशवंत छाबड़ा निवासी बागबाहरा महासमुंद का होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा उनके मोबाइल फोन की जांच करने पर दोनों के मोबाइल पर वेबसाईट में लिंक होना पाये जाने के साथ ही वेबसाइट में दिखने वाले अन्य मोबाइल नंबर भी उनके मोबाइल फोन में पाये गये। पूछताछ में दोनों सटोरियों ने बताया कि उनके द्वारा उक्त वेबसाइट को हैदराबाद की एक निजी कंपनी आकृति वेब साफ्टवेयर से बनवाया गया है। उनके द्वारा 3 दिवस पूर्व ही ऑनलाइन सट्टा खिलाना प्रारंभ किया गया था।

वेबसाइट बनाने वाली हैदराबाद की कंपनी को नोटिस

रायपुर पुलिस को उक्त संबंध में सूचना प्राप्त होते ही ऑनलाइन सट्टा संचालन करने वाले दोनों संचालकों को पकड़ा गया तथा सटोरियों द्वारा सोशल मीडिया के जिन प्लेटफार्मो में उक्त वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा खिलाने प्रचार – प्रसार किया जा रहा था, उन संबंधित प्लेटफार्मो के कंपनी को उक्त वेबसाइट के प्रचार-प्रसार को बंद करने ई-मेल किया गया है तथा वेबसाइट बनाने वाली हैदराबाद की कंपनी को भी इस संबंध में नोटिस जारी किया गया है।