रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा ने आज झीरम कांड पर एनआईए (NIA on Jheeram case) की जांच रिपोर्ट और शराब घोटाले पर ईडी कारवाई पर सवाल उठाए। जिस उन्होंने जमकर निशाना साधा। सीएम ने फिर दो सवालों के जवाब बीजेपी से मांगे हैं। उन्होंने कहा, झीरम की बरसी पर उन्होंने दो सवाल पूछे थे। जिस पर बीजेपी का कोई जवाब नहीं आया है।
पहला सवाल- क्या नक्सली नेता गणपति ने सरेंडर किया है, उस व्यक्ति का नाम क्या है। अगर सरेंडर किया है तो कहां और क्या उसे पुनर्वास नीति का लाभ दिया गया है?
दूसरा सवाल- आत्मसमर्पण करने वाले गुडसा उसेंडी का बयान क्यों नहीं लिया गया, जबकि NIA कोर्ट ने आदेश दिया था। आखिर किसके दबाव में NIA है। गणपति और गुडसा उसेंडी नक्सलियों के पद हैं। अगर गणपति ने सरेंडर किया है तो उसका नाम उजागर होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, डिस्टलर के यहां छापा पड़ा था और उसके यहां से 26 करोड़ के जेवर पकड़े गए थे। वे गवाह बने हुए हैं। जबकि बोतल बदलने, होलोग्राम वहीं से चेंज होता है। और बिना टैक्स के बोतल भी वहीं से निकलेगी। तो सबसे पहले फायदा डिस्टलर को हुआ। और डिस्टलर सभी गवाह बने हुए हैं, यही ईडी के काम करने का तरीका है। सवाल यही है कि, ईडी की जितनी भी कार्रवाई हुई हैं,अपने आप में प्रश्नवाचक है।दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की जा रही है, सीधी सी बात है ईडी निष्पक्ष होकर कार्रवाई नहीं कर रही है।
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