भूपेश बोले, हिंदू राष्ट्र की ‘मांग’ करने वाले ‘अमित शाह’ का करें घेराव

By : madhukar dubey, Last Updated : April 7, 2023 | 9:05 pm

रायपुर। प्रदेश में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया से कहा है कि वो हिंदूराष्ट्र नहीं बल्कि राम राज्य चाहते हैं। इस बयान का समर्थन प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने भी किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार राम राज्य (Ram Rajya) के रास्ते पर है। इशारों-इशारों में भाजपा के नेताओं पर भी मुख्यमंत्री ने निशाना साधा।

रायपुर से अपने कार्यक्रमों में रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत की। CM भूपेश बघेल ने कहा- देश के गृह मंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि देश अंबेडकर साहब के बनाए संविधान के अनुसार चलेगा। उसके बाद यह जितने भी हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले लोग हैं उनको तो अमित शाह का घेराव कर देना चाहिए। अब क्योंकि हिंदू राष्ट्र तो छत्तीसगढ़ से लागू नहीं होगा या किसी और राज्य से लागू नहीं होगा यह तो पूरे देश में लागू होगा और जब गृह मंत्री बयान दे रहे हैं तो उसके खिलाफ में यह एक शब्द नहीं बोल रहे हैं । जो शंकराचार्य ने बात कही बिल्कुल सही कही है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा- राम राज्य की बात महात्मा गांधी ने भी कही थी। बड़े बुजुर्ग कहते हैं रामराज आना चाहिए लोगों का सपना है, जब कोई अच्छा काम होता है लोग कहते हैं राम राज्य उतर आया है और यह एक आदर्श स्थिति है राम राज्य की और छत्तीसगढ़ सरकार उस रास्ते में चल रही है।

हिंदूराष्ट्र की चर्चा सबसे अधिक छत्तीसगढ़ से

19 मार्च को रायपुर में धर्म सभा का आयोजन किया गया। इस सभा का आयोजन विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में हुआ। यहां जूना अखाड़े के प्रमुख स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि-जापान के लोग जापानी हैं, लेबनान के लेबनानी हैं, फ्रांस के फ्रेंच हैं, यूरोप में यूरोपियन, अमेरिका में अमेरिकन तो फिर हिंदुस्तान में रहने वाला हर व्यक्ति हिंदू हैं। उन्होंने कहा-लाखों-लाखों साल पहले हम हिंदू थे। हिंदू हैं और हिंदू रहेंगे। इस आयोजन में हिंदू राष्ट्र का संकल्प लिया गया।

मंच पर छत्तीसगढ़ के ही संत राजीव लोचन दास जी महाराज ने कहा कि हिंदुओं को अपने तन में शस्त्र रखना चाहिए और मन में शास्त्र। तभी वह हिंदू है और यदि ऐसे हिंदू होंगे तो हिंदू राष्ट्र अपने आप घोषित हो जाएगा। प्रदेश में इसके बाद से ही हिंदूराष्ट्र पर चर्चा का माहौल अधिक है। हालांकि इस कार्यक्रम का कांग्रेस ने दबी जुबां में विरोध किया था, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्यक्रम में आए संतों को भाजपा समर्थक बताया था।