रायपुर। अमृतपाल (amritpal) के समर्थन में रायपुर में निकली रैली के मसले पर विधानसभा (Assembly) में आज सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि 30-35 लोग बिना सूचना दिए नारा लगाते हुए निकले थे। जहां तक सिख समाज की बात है तो उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन जिस तरह से नारा लगाते हुए निकले उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वीडियो खंगाले जाने के लिए कहा गया है। देश-विरोधी गतिविधियों में जो भी शामिल होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
बृजमोहन अग्रवाल बोले- एक जुलूस पंजाब में निकाला गया और दूसरा छत्तीसगढ़ में इससे पूरे देश में राज्य की बदनामी हुई है। इसलिए मुख्यमंत्री के इस वक्तव्य को प्रस्ताव माना जाए।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश विरोधी गतिविधि करने वाले लोगों के लिए छत्तीसगढ़ शरणगाह बन गया है। राज्य सरकार के संरक्षण में देश विरोधी रैली निकालना दुर्भाग्यजनक और शर्मनाक है। उन्होंने मांग की सरकार को देश विरोधी काम करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह फिलहाल पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पंजाब पुलिस लगातार उसे खोजने में लगी हुई है। बीते दिनों से पंजाब के कई जिलों में इंटरनेट भी बंद कर दिया गया था।
स्पीकर बोले –मुख्यमंत्री के वक्तव्य को प्रस्ताव माने जाने की मांग विपक्ष ने की है और सीएम के वक्तव्य को प्रस्ताव के रूप में सम्मिलित करने का निर्णय आसंदी ने लिया ।
धर्मजीत सिंह ने कहा- रायपुर शहर में खालिस्तानी समर्थक खुलेआम नारा लगाते हुए देश विरोधी नारे लगाए, पुलिस के पास कोई इंटेलिजेंस नहीं रही, इनकी इंटेलिजेंस अक्षम साबित हुई है।