छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई: ACB-EOW की 15 ठिकानों पर छापेमारी, लखमा के करीबियों के घर दबिश

By : ira saxena, Last Updated : May 17, 2025 | 1:48 pm

रायपुर: छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच में शनिवार सुबह ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) और EOW (इकोनॉमिक ऑफेंस विंग) ने एक साथ बड़ी कार्रवाई की। रायपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, जगदलपुर और अंबिकापुर में कुल 15 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की गई। इन सभी स्थानों का सीधा संबंध पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबी सहयोगियों से बताया जा रहा है।

रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित शहीद हेमू कलाणी वार्ड में जी नागेश्वर राव और जी श्रीनिवास राव के घर पर तड़के छापा मारा गया। नागेश्वर राव कंस्ट्रक्शन कारोबारी हैं, जबकि श्रीनिवास कांग्रेस से पार्षद प्रत्याशी रह चुके हैं। दोनों लखमा और उनके पुत्र हरीश लखमा के नजदीकी माने जाते हैं। छापे के दौरान टीम ने कई दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए हैं। इसी प्रकार संतोषी नगर के कारोबारी कमलेश नहाटा के निवास पर भी कार्रवाई की गई।

दंतेवाड़ा में कांग्रेस नेता राजकुमार तामो के घर पर छापा पड़ा। तामो को कवासी लखमा का बेहद करीबी माना जाता है। सुकमा जिले के जिला मुख्यालय के तीन और तोंगपाल के एक ठिकाने पर भी जांच जारी है। यहां हार्डवेयर और पेट्रोल पंप से जुड़े व्यापारियों के यहां कार्रवाई की गई है। सभी छापों का सीधा संबंध लखमा के नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है।

अंबिकापुर में ACB-EOW ने कपड़ा व्यवसाय से जुड़ी फर्म धजाराम-विनोद कुमार के संचालकों मुकेश अग्रवाल और विनोद अग्रवाल के घरों पर दबिश दी। यह फर्म पहले भी चर्चित DMF घोटाले में शामिल रही है और इसके खिलाफ पहले से ED और आयकर विभाग द्वारा कार्रवाई हो चुकी है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि यह जांच प्रक्रिया सतत रूप से जारी है। शिकायतों के आधार पर केंद्र और राज्य की जांच एजेंसियां काम कर रही हैं, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

फिलहाल ACB और EOW की टीमें दस्तावेजों और लेन-देन से जुड़े साक्ष्य इकट्ठा करने में जुटी हैं। माना जा रहा है कि छापेमारी के बाद शराब घोटाले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। पूरे नेटवर्क को खंगालने का सिलसिला जारी है और इस केस में आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे संभव हैं।