चुनावी शतरंज में BJP ‘लगाएगी’ नए मोहरों पर दांव, ‘ओम माथुर’ के संकेत!

विधानसभा चुनाव 2023 (assembly elections 2023) के मिशन की तैयारी को अमली जामा पहनाने में BJP जुटी है।

  • Written By:
  • Updated On - March 2, 2023 / 05:35 PM IST

छत्तीसगढ़। विधानसभा चुनाव 2023 (assembly elections 2023) के मिशन की तैयारी को अमली जामा पहनाने में BJP जुटी है। इसके लिए प्रदेश प्रभारी ओम माथुर का अलग-अलग जिलों में दौरा जारी है। इसके अलावा वे गुप्त रूप से भी एक-एक विधानसभा क्षेत्र का सर्वे करने में लगे हैं। जहां राजनीतिक दांव-पेंच के अलावा विधानसभा सीटों पर उचित उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक इस बार टिकट के दावोंदारों का चयन प्रदेश प्रभारी और शीर्ष नेतृत्व की मॉनिटरिंग कमेटी ही करेगी।

इस बार विधानसभा के चुनाव में सीएम के चेहरे के सवाल पर बीजेपी का रूख अभी स्पष्ट नहीं है। इस तमाम कयासों के बीच बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने बिलासपुर में पार्टी की बैठक में बदलाव के स्पष्ट संकेत दिए हैं। लेकिन सीएम के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा, इसका निर्णय हम नहीं, बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व पर छोड़ा गया है।

गौरतलब है छत्तीसगढ़ में भाजपा के मिशन 2023 को लेकर लगातार मंथन चल रहा है। जिसको लेकर ओम माथुर तीन दिन के दौरे पर हैं। इस बीच अलग-अलग संभाग में जाएंगे, जहां जिला, मंडल अध्यक्ष मंडल, महामंत्री सहित भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारियों की अलग-अलग बैठक लेकर चर्चा करेंगे।

जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट और हराने वाले होंगे आउट

छत्तीसगढ़ संगठन प्रभारी ओम माथुर ने कहा, विधानसभा चुनाव में जिताऊ कैंडिडेट्स को ही टिकट दिया जाएगा। उन्होंने इशारा किया कि, चुनाव में हार की संभावना वाले विधायकों का टिकट कट सकता है। छत्तीसगढ़ में सीएम का चेहरा बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार और अनियमितता से समाज का हर वर्ग त्रस्त है। प्रदेश की जनता सरकार से खुश नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाएं और संगठन के आधार पर हम जनता के बीच जाएंगे। और प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे।

आज ओम माथुर ने ये कहा, इसे बिंदुवार समझें

1- कांग्रेस और कम्युनिस्ट एक होकर भी पीछे

ओम माथुर ने कहा, जिस प्रदेश में जाता हूं, वहां चुनाव को दो हिस्सों में बांटकर काम करता हूं। पहला चुनावी कार्य और दूसरा चुनावी टेक्निकल कार्य। कांग्रेस की हाथ जोड़ो भारत यात्रा का क्या असर हुआ, यह त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के विधानसभा चुनाव के नतीजों से दिख रहा है।

2-मोदी के ग्रामीण विकास का दिखा असर

महंगाई के सवाल को टालते हुए कहा, त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय जैसे राज्यों में कांग्रेस और कम्युनिस्ट एक होकर चुनाव लड़े, उसमें भी वे पीछे रहे। महंगाई का कुछ असर नहीं होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रामीण विकास की योजनाओं पर जो काम किया है, उसका असर दिख रहा है।

3-प्रदेश में पूरी बहुमत से बनाएंगे सरकार

आने वाले विधानसभा चुनाव में हम पूरी बहुमत से सरकार बनाएंगे। भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के आधार पर चुनाव में जीत दर्ज करती है। हमारे पार्टी के कार्यकर्ताओं में कहीं नाराजगी नहीं है। कांग्रेस सरकार के प्रति नाराजगी है या नहीं इसका निर्णय प्रदेश की जनता करेगी।

4-केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा सीएम का चेहरा

छत्तीसगढ़ में सीएम का चेहरा कौन होगा इसका निर्णय न मैं कर सकता हूं न यहां की टीम कर सकती है। भारतीय जनता पार्टी अनुशासन के साथ काम करती है। यह किसी व्यक्ति परिवार या समाज की पार्टी नहीं है। पार्टी का सिस्टम बना हुआ है। यह सब सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है। कई जगह चेहरा घोषित करके चुनाव लड़े हैं और कई जगह बिना सीएम के चेहरे पर चुनावी मैदान में उतरे हैं। सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड जो भी निर्णय करेगा छत्तीसगढ़ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उसका पालन करेंगे।

5-हर राज्य का अपना अलग फार्मूला

चुनाव में हर राज्य का अपना अलग फार्मूला लागू होता है, यह जरूरी नहीं कि हम जहां जीते हैं, उस फार्मूले को दूसरे स्टेट में लागू किया जाए। गुजरात और उत्तरप्रदेश की परिस्थितियां अलग थी और छत्तीसगढ़ की परिस्थिति अलग है।