छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में रहने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता राकेश गुप्ता (Rakesh Gupta) और उनकी पत्नी अंजू गुप्ता ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटना को अंजाम देने से पहले उन्होंने अपने 3 साल के बच्चे को चाचा के घर भेज दिया था। पत्नी की घर में ही मौत हो गयी। वही बीजेपी नेता को अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। यह मामला वाड्रफनगर चौकी क्षेत्र का है।
आधारित जानकारी के अनुसार, राकेश गुप्ता (28) और अंजू गुप्ता की शादी 4 साल पहले हुई थी। उनके पास एक 3 साल का बच्चा भी है। राकेश गुप्ता बीजेपी के सनावल मंडल पदाधिकारी हैं और अंबिकापुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में पीआर मैनेजर के पद पर भी कार्यरत हैं।
घटना के दिन मंगलवार को राकेश गुप्ता अपनी पत्नी व बच्चे के साथ दोपहर 2. 30 बजे गांव डिंडो पहुंचे और वहां परिवार वालों से बातचीत की। फिर वे शाम के 4 बजे अपने कमरे में चले गए और अपने बच्चे को चाचा के घर भेज दिया। उन्होंने कमरे के दरवाजे बंद कर दिए और टीवी चालू किया।
राकेश गुप्ता और अंजू गुप्ता ने कमरे के दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया और तेज आवाज़ में टीवी को भी चालू कर दिया। करीब डेढ़ घंटे के बाद कमरे से सामान गिरने की आवाज़ आई तब परिजनों ने दरवाजा खोला, लेकिन किसी ने नहीं खोला। दरवाजे को तोड़कर दोनों को बेहोशी के हालत में पाया गया। परिजन दोनों को वाड्रफनगर के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को सुचना दी, जिसके बाद शव को पोस्टमार्डम के लिए सौंप दिया गया है। कमरे में सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे उनकी मौत का कारण नहीं पता चल पाया है। इस दुखद घटना में उनके परिजन बहुत व्यथित हैं।