छत्तीसगढ़। अभी तक ‘दाल में काला’ वाली कहावत तो आप ने सुनी होगी। लेकिन क्या ‘चावल में काला’ सुना है। ऐसा ही सुर BJP अलाप रही है। क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Raman Singh) ने विधानसभा से लेकर लोगों के बीच 200 करोड़ रुपए के चावल आपूर्ति में गड़बड़ी (Disturbance in rice supply) का मुद्दा उठाया था। जिसे शासन ने कुछ हद तक सही माना है, जवाब आया था कि कार्रवाई हो रही है कुछ सरकारी राशन दुकानदारों से रिकवरी भी चल रही है। मिलाजुलाकर कहीं न कहीं चावल में कुछ तो काला है। लेकिन इस मुद्दे को हर डॉक्टर रमन सिंह धार देने में जुटे हैं। इनके इस मुद्दे की पड़ताली रिपोर्ट अखबारों में प्रकाशित होने लगे हैं। बीजेपी ने कहा, ऐसे में जनता भी समझ रही है कि गरीबों के हक मारने के खेल में किस तरह से सफेदपोश शामिल हैं।
रमन सिंह ने कहा कि आपूर्ति के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। इसकी जांच के लिए रमन सिंह ने केंद्रीय मंत्री तक को पत्र लिखा है। इसकी जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग की है। बहरहाल, आज एक बार फिर डॉक्टर रमन सिंह ने अ पने ट्विटर पर लिखा, दाऊ @bhupeshbaghelके काले कुशासन में यह बड़ी गड़बड़ है कि भ्रष्टाचार तो फटाफट हो जाता है लेकिन जब चोरी पकड़ी जाती है तब कार्रवाई नहीं होती।करोड़ों के चावल ड़कार कर अब कोई ठोस कदम तो यह शासन उठा नहीं पा रही फिर केंद्रीय एजेंसियां कदम उठाती हैं तो पूरी कांग्रेस विलाप में छाती पीटने लगती है।
दाऊ @bhupeshbaghel के काले कुशासन में यह बड़ी गड़बड़ है कि भ्रष्टाचार तो फटाफट हो जाता है लेकिन जब चोरी पकड़ी जाती है तब कार्रवाई नहीं होती।
करोड़ों के चावल ड़कार कर अब कोई ठोस कदम तो यह शासन उठा नहीं पा रही फिर केंद्रीय एजेंसियां कदम उठाती हैं तो पूरी कांग्रेस विलाप में छाती… pic.twitter.com/3EGbf4O9Ma
— Dr Raman Singh (@drramansingh) April 22, 2023