रायपुर। बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाएं। इससे कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि हो रही। बेमौसम बारिश से किसानों के रबि फसलों को भारी नुकसान (Heavy damage to rabi crops) हुआ है। बारिश की वजह से प्रदेश के कई जिलों में सब्जी और फल की खेती के नुकसान होने की सूचनाएं हैं। ऐसे में किसानों की लागत मौसम की बलिवेदी पर चढ़ गईं। इधर, बीच दो हफ्तों से मौसम अपनी रंगत बदलता दिख रहा है। इसका सीधा असर की रबि की फसलों पर पड़ा। कभी आंधी तो कभी बवंडर साथ में रूक-रूक बारिश से किसानों की मेहनत पर पानी फेर रहा है।
ऐसे में किसानों की इस नुकसान की ओर राज्य सरकार और प्रशासन का ध्यानाकृष्ट कराने के लिए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (Narayan Chandel) ने प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा दिलाने की सोची। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखे। इसके साथ ही उन्होंने कहा, असमय आंधी और बरसात के कारण प्रदेश की रबी फसल, सब्जी व फल की फसल बर्बाद हुई है। इससे छत्तीसगढ़ के किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है। कहा, परंतु असंवेदनशील भूपेश सरकार ने नुकसान के सर्वे हेतु अभी पहल भी प्रारंभ नहीं की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को शीघ्र प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग हेतु पत्र लिखा।
भाजपा किसान मोर्चा के नेता संदीप शर्मा ने बताया कि अप्रैल-मई में बारिश ने वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले लगभग पखवाड़ेभर से लगातार हो रही बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात से रबी और उद्यानिकी फसलें तबाह हो गई है, और किसानों का समूचा अर्थतंत्र चरमरा गया है। खासकर धान की फसल की हालत तो यह है कि लगभग 40 प्रतिशत धान के दाने खेत में ही झड़ गए हैं। ग्रामीण कृषि कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
शर्मा ने बताया कि प्रशासनिक अफसर किसानों को लेकर कुछ भी काम नहीं कर रहे हैं। पटवारी को बुलाकर रिपोर्ट तैयार कराने, फसलों की क्षति का आंकलन कराने और छत्तीसगढ़ के आपदा पीड़ित किसानों के लिए पर्याप्त मुआवजे की घोषणा करने की सबसे ज्यादा जरूरत है, मगर ऐसा कुछ भी काम ग्रामीण इलाकों में नहीं हो रहा जहां फसलें प्रभावित हुई है।
रायपुर के अभनपुर, समेत प्रदेश के अन्य जिलों से फसलों के खराब होने की खबरें आ रही हैं। वजह है अप्रैल और मई के महीने में हुई बारिश और ओलावृष्टि। अब किसानों को समझ नहीं आ रहा कि क्या करें। अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के निसदा गांव के रहने वाले किसान ज्यादातर सब्जी और धान की खेती करते हैं। यहां कई किलो टमाटर बारिश की वजह से खराब हो गए। खेतों में बेमौसम बरसात की वजह से पानी भर गया और फसल चौपट हो गई। सड़े-गले टमाटरों को अब किसान फेंक रहे हैं। कच्चे फसल के पौधे टूट गए, झड़ गए। अब इनकी लागत कैसे निकलेगी इसकी भी चिंता है।
पिछले दिनों हुई आंधी-बारिश के कारण रबी फसल बर्बाद हुई है। इससे छत्तीसगढ़ के किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है।
हमारी मांग है कि, सरकार प्रभावितों को हुए नुकसान का सर्वे करवाए और अतिशीघ्र मुआवजा देने का ऐलान करे।
– श्री @narayan_chandel जी, नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़ विधानसभा pic.twitter.com/q0yfohpZc3— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) May 5, 2023
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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