CM विष्णुदेव साय ने दिलाई बिटिया नूतन के आंखों की रोशनी! मिलने पहुंची तो दुलारा और दिए आशीर्वाद

By : madhukar dubey, Last Updated : July 3, 2024 | 8:10 pm

  • जनदर्शन : मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता से एक सप्ताह के भीतर 5 वर्षीय नूतन की आंख का हुआ इलाज
  • त्वरित सहायता से गद्गद् नूतन के पिता आज बिटिया को लेकर पहुंचे मुख्यमंत्री आवास, मुख्यमंत्री ने बिटिया को दुलारा और भरपूर आशीर्वाद दिया
  • जनदर्शन में श्री काशी ठाकुर अपनी बेटी की आंख के इलाज के लिए सहायता मांगने पहुंचे थे
  • मुख्यमंत्री से मिलकर बताई थी अपनी व्यथा
  • चोट की वजह से नूतन की दाईं आंख खराब हो चुकी थी
  • डॉक्टरों की सलाह पर लगाई गई पत्थर की आंख, क्षतिग्रस्त आंख में इंप्लांट नहीं हो सकता
  • रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Chief Minister Vishnu Dev Sai) की संवेदनशीलता से पांच वर्षीय नूतन ठाकुर की आंख का इलाज (Nutan Thakur’s eye treatment) एक सप्ताह के भीतर हो गया है। नूतन की आंख में खेल-खेल में चोट लग गई थी जिससे उसका रेटिना खराब हो गया था। उसके पित काशी ठाकुर मुख्यमंत्री निवास में 27 जून को आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पास पहुंचे और उनसे नूतन की आंख का इलाज करने के लिए सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल अधिकारियों को नूतन का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए ।

    काशी ठाकुर आज अपनी बेटी को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने नूतन को दुलार, नाम पूछा और नूतन को अपना आशीर्वाद प्रदान किए। उन्होंने नूतन से कहा अच्छे से पढ़ाई करना। नूतन ने मुख्यमंत्री को बाल सुलभ सहजता के साथ गुलाब का फूल भेंट किया। श्री काशी ठाकुर भी बेटी के इलाज के लिए मिली त्वरित सहायता के लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते नहीं थकते।

    गौरतलब है कि नूतन के पिता दुर्ग के बोरसीभाटा में रहते हैं, वे माली का काम करते हैं। नूतन का इलाज दुर्गा के शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में चल रहा था । आंख की स्थिति देखकर डॉक्टरों ने बताया की आंख में कोई इंप्लांट नहीं हो सकता, इसलिए नकली आंख लगानी पड़ेगी। मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर सरकारी खर्च पर नूतन की दाई आंख में पत्थर की आंख लगाइए गई है। नूतन के इलाज के लिए दुर्ग सीएमएचओ द्वारा 25000 रुपए की राशि रायपुर के जीईरोड स्थित आर्ट आई सेंटर को उपलब्ध कराई गई। यह प्रोस्थेटिक सेंटर है, जहां कृत्रिम अंग बनाए जाते हैं। यहां नूतन की दाईं आंख में पत्थर की आंख लगाई गई है।

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