दीपक बैज ने ‘BHU गैंगरेप’ के बहाने BJP पर साधे निशाना!

By : hashtagu, Last Updated : January 3, 2024 | 4:54 pm

रायपुर। बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की छात्रा से गैंगरेप (Gang rape of student) के मामले में भाजपा आईटी सेल (BJP IT Cell) के तीन पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा का नारा बेटी बचाओ का है और काम बेटी रुलाओ का है।

दीपक बैज ने कहा कि BHU में हुई घटना बेहद शर्मनाक है। बीजेपी के शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, ये बात BHU की घटना के बाद और साफ हो गई है।

आरोपी बीजेपी नेता

दीपक बैज ने कहा कि बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में 2 महीने पहले एक छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ था। इस घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज में तीनों आरोपी साफ दिखाई दिए। उनके नाम कुणाल पांडे, अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल हैं, ये सभी भाजपा आईटी सेल के सक्रिय पदाधिकारी हैं।

भाजपा एक तरफ कहती है कि ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’, लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा महिलाओं के लिए बुरी पार्टी बन चुकी है। भाजपा के राज में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं।

पीएम का संसदीय क्षेत्र है बनारस- बैज

दीपक बैज ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ही संसदीय क्षेत्र बनारस में एक छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ। वारदात के आरोपी भाजपा आईटी सेल के पदाधिकारी निकले। इन्हें गिरफ्तार करने में 60 दिन का समय लग गया, क्योंकि ये आरोपी मध्य प्रदेश चुनाव में भाजपा का प्रचार कर रहे थे। इन 60 दिनों में सबूत मिटाने की कोशिश की गई होगी। अगर बीएचयू के छात्रों ने इस घटना को नहीं उठाया होता, तो बहुत सारे दूसरे मामलों की तरह यह भी दबा दिया जाता।

आरोपी पीएम से कर रहे मुलाकात

बैज ने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेताओं के साथ आरोपियों की तस्वीर दिखाई और कहा कि इतनी घनिष्ठता कि आरोपी अकेले में प्रधानमंत्री मोदी से मिल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पूछा कि इस मामले में प्रधानमंत्री जी चुप क्यों हैं?

आज देश की हर बहन, हर बेटी के मन में एक ही सवाल है कि अपने ही संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ऐसी घटना देखकर प्रधानमंत्री मोदी जी का दिल क्यों नहीं बैठा? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा क्या अपनी चुप्पी तोड़ेंगे?

यह भी पढ़ें : श्रीरामलाल की प्रतिष्ठा समारोह में छत्तीसगढ़ से 214 लोग आमंत्रित! 22 जनवरी को अवकाश की मांग