रायपुर | छत्तीसगढ़ में अब ED की करवाई का तगड़ा विरोध होने लगा है।आबकारी और खनिज मामलों को लेकर ED द्वारा की जा रही कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट तक में चुनौती दी जा चुकी है साथ ही इस केंद्रीय एजेंसी तौर तरीक़े पर भी सवाल उठने लगे है। आज इसी मामले में आबकारी आधिकारी एपी त्रिपाठी अदालत में ED के व्यवहार और उसके द्वारा बनाये जा रहे दबावों को लेकर जज के सामने फट पड़े।
प्रवर्तन निदेशालय ने आज आबकारी अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी को स्पेशल कोर्ट में पेश किया. कोर्ट में दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें सुनने और अरुणपति के बेल आवेदन पर विशेष न्यायाधीश ने 13 जून को फैसला देने का आदेश दिया और त्रिपाठी को न्यायिक अभिरक्षा में 13 जून तक जेल भेजने का आदेश दिया.
इस प्रक्रिया के दौरान कोर्ट में आबकारी अधिकारी अरुणपति ने जज के सामने ED की कार्यप्रणाली पर पूरी तल्खी के साथ कई सवाल उठाए. उन्होंने जज के सामने ED पर आरोपों की झड़ी लगा दी.
अरुणपति ने कहा कि ED ने उनसे पूछताछ के दौरान जमकर बदसलूकी की. यहीं नहीं उन्हें मानसिक रुप से डरा धमकाकर जबरिया कई बयान दर्ज कराये गए. ED ने उन्हें कई तरह की मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी, जिसकी वजह से वे खुद को एवम् परिवार को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ED ने उनके परिवारवालों को भी प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. ED ने उनकी पत्नी को भी घंटो अपने कार्यालय में बैठाकर मानसिक रुप से प्रताड़ित किया. यही नहीं ED के अभद्र व्यवहार से उन्हें और उनके परिवारवालों को गहरा आघात पहुंचा है. आबकारी अधिकारी ने कोर्ट के समक्ष अपनी आपबीती सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
एपी त्रिपाठी ने कहा उनपे बेहद दबाव डाला गया और कहा गया कि CM भूपेश बघेल एवम् उनके बेटे चैतन्य बघेल का नाम लो नहीं तो उनकी पत्नी को गिरफ़्तार कर लेंगे बात सिर्फ़ यहाँ तक रुकी नहीं उन्हें यह भी कहा गया की झारखंड के CM हेमंत सोरेन का भी नाम लो।