मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर के बगिया में रंगों के इस पर्व को बेहद धूमधाम से मनाया। साय ने यहां लोगों को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी और इस मौके पर कहा, “होली का पर्व हमें पुराने गिले-शिकवे भूलकर एक दूसरे से प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है।” मुख्यमंत्री के साथ जशपुर के लोग भी इस त्योहार में झूमते हुए नजर आए, उनके चेहरों पर रंगीन होली की चहक थी।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी भिलाई में अपने परिवार के साथ होली के रंगों में रंगे हुए थे। रंगों से सराबोर उनके चेहरे और परिवार के साथ बिताए गए पल इस पर्व को और भी खास बना रहे थे। भूपेश बघेल ने अपनी होली को पारिवारिक माहौल में मनाया, जहां हर सदस्य एक दूसरे के साथ रंगों से खेल रहा था।
छत्तीसगढ़ में होली का त्योहार इस बार खास मोड़ पर पहुंच गया जब क्रिकेट की दुनिया के भगवान, सचिन तेंदुलकर भी रायपुर में रंग-गुलाल में डूबे नजर आए। सचिन और उनके साथी रंगों से खेलते हुए, पिचकारी चलाते हुए इस पर्व के हर पल को जी रहे थे। उनके साथ रायपुर का माहौल भी रंगीन हो उठा, और सचिन की मासूमियत भरी होली ने सभी को एक अलग ही आनंद दिया।
इसके अलावा, इस पर्व के बीच मुस्लिम समाज के लोग भी अपनी धार्मिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करने पहुंचे। इस दिन की शुरुआत इबादत से करते हुए, उन्होंने भी होली के रंगों में एकता का संदेश दिया।
इस साल की होली छत्तीसगढ़ में और भी खास बन गई, जहां राजनीति से लेकर क्रिकेट तक, और हर समुदाय से लेकर धर्म तक, सभी ने मिलकर इस पर्व को हर रंग में मनाया।