छत्तीसगढ़। फ्लाईओवर ब्रिज के अधूरे निर्माण ने एक दंपत्ति (Couple) की जिंदगी छीन ली। वे पति-पत्नी अपने बच्चे के साथ बाइक से जा रहे थे। उसी वक्त एक कार भी जा रही थी। इन दोनो सवारों को क्या पता अभी निर्माण कार्य अधूरा है। वहां बैरिकेट्स भी नहीं लगाए गए थे। लिहाज वे अपनी रफ्तार से ऐसे मोड़ पर जा पहुंचे, जहां से उनका बच पाना मुश्किल था। बाइक सवार दंपत्ति अधूरे निर्माण की जगह से नीचे जा गिरे। जहां उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इधर कार चालक भी नीचे आ गया। लेकिन संयोगवश कार एयर बैग खुल जाने से उसकी जान तो बच गई, पर अब वह अस्पताल में मौत और जिंदगी के बीच झूल रहा है।
बता दें, दुर्ग जिले के कुम्हारी फ्लाईओवर ब्रिज अभी अंडर कंस्ट्रक्शन है। यहां वाहनों की आवाजाही ज्यादा होने के चलते एक साइड को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है। लेकिन निर्माणाधीन दूसरे रोड से वाहनों के लिए स्टॉप करने के लिए बैरिकेट्स नहीं लगे थे। जिसकी वजह से ये बड़ा हादसा हो गया। इस वजह से बाइक और कार अचानक ४८ नंबर पिलर के बाद ब्रिज खत्म हो गया और बाइक चालक सीधे नीचे जा गिरे। हादसे के बाद बाइक चालक ४८ नंबर पिलर में ही अटक गया। उसकी पत्नी और बेटी नीचे जा गिरे। दुर्घटना में पति-पत्नी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बेटी को गंभीर चोटें आई हैं।
बताया जा रहा है आजूराम देवांगन (४५) अपनी पत्नी निर्मला देवांगन (४०) और बेटी के साथ भिलाई से शादी समारोह में शामिल होकर शुक्रवार रात को रायपुर जा रहे थे। तभी कुम्हारी फ्लाईओवर पर ये हादसा हो गया है। घटना में पति-पत्नी की मौके पर मौत हो गई। बेटी की हालत नाजुक बनी हुई है। मृतक आजूराम देवांगन रायपुर के चंगोरा भाटा इलाके में रहते थे। वे सब्जी के व्यवसाय से जुड़े थे। तीन बेटियों में एक की मौत हुई है। दो बेटियां घर पर हैं। इस दर्दनाक हादसे के लिए कंपनी के खिलाफ लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अगर बैरिकेट्स लगाए गए होते तो शायद ये हादसा नहीं होता।