मिशन 2023 में पंजे को लड़ाने चुनावी जंग में उतरेंगे 4.5 लाख कांग्रेसी!,बांटेंगे नेमप्लेट

आऱम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड, आज़ ज़ंग की घड़ी की तुम गुहाऱ दो, आन बान शान या कि ज़ान का हो दान,आज़ इक धनुष के बाण पे उताऱ दो।

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  • Updated On - December 25, 2022 / 11:04 PM IST

छत्तीसगढ़। आऱम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड, आज़ ज़ंग की घड़ी की तुम गुहाऱ दो, आन बान शान या कि ज़ान का हो दान,आज़ इक धनुष के बाण पे उताऱ दो। कुछ इसी अंदाज में (Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ कांग्रेस (Congress) अगले साल विधानसभा चुनाव के मिशन 2023 का आगाज करने जा रही है।

इसके पीछे कारण भी है कि भूपेश सरकार के काम के डंके की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है। हिमाचल चुनाव की सफलता और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की आशातीत सफलता ने एक नई ऊर्जा का संचार हुआ। ऐसे में कांग्रेस अपने जमीनी स्तर यानी यूथ लेकर बूथ और पार्टी के सभी कोर ग्रुप को एक्शन मोड में लाने की तैयारी में जुट गई है।

इन सबके बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम अब पूरे तेवर में हैं। अपनी कूटनीति और आज के बदलते दौर के साथ पार्टी को नए कलेवर में स्थापित करने की मुहिम में जुट गए हैं। यही वजह वह भी उन्हाेंने एक कारगर हथियार के रूप कांग्रेस कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी कर लिए हैं। ताकि मिशन 2023 विधानसभा चुनाव में विरोधी पार्टी भाजपा को चित्त कर सकें। इसके लिए उन्होंने अपने संगठन के माध्यम से युद्ध स्तर पर कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान के साथ एकजुट कर रहे हैं। जाहिर है उनकी सोच कांग्रेस के हर एक कार्यकर्ता को ब्रह्मास्त्र के रूप में तैयार कर देंगे, इसमें कोई शक नहीं।

ये है प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का मास्टर प्लान

कांग्रेस पार्टी ने २०२३ में जीत के लिए बड़ा प्लान बनाया है। प्रदेश में कांग्रेस की करीब २४००० बूथ कमेटियां हैं। हर बूथ कमेटी में २० पदाधिकारी हैं। अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी हर बूथ कमेटी अध्यक्ष के घर नेम प्लेट भेजने की तैयारी कर रही है। यानी २४००० अध्यक्ष को अपने घर के सामने यह नेमप्लेट लगानी होगी। वहीं सभी पदाधिारियों को भी आई कार्ड देने जा रही है। इस तरह देखा जाए तो ४.५ लाख से अधिक लोगों के पास कांग्रेस का आई कार्ड होगा। बता दें कि बीते १९ दिसंबर को प्रदेश मुख्यालय में सभी जिला अध्यक्षों से वन-टू-वन बूथ कमेटियों के गठन की समीक्षा की जा चुकी है।

अब हर एक पदाधिकारियों के व्यौरा किए जा रहे अपडेट

२०१८ विधानसभा के पहले ये बूथ कमेटियां अस्तित्व में आई थीं। हर बूथ कमेटी में एक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और कार्यकारिणी सदस्यों की २०-२० टीम तय की गई थीं। अब पीसीसी एक-एक बूथ कमेटी का भौतिक सत्यापन कर रहा है। इसके लिए एक बड़ी टीम लगाई गई है। जो सभी बूथ कमेटी पदाधिकारियों को फोन कर उनकी वस्तुस्थिति पता कर रही है। जो भी अध्यक्ष और पदाधिकारी की जानकारी गड़बड़ मिल रही है, वहां पुर्नगठन किया जा रहा है। पीसीसी की मानें तो अभी तक १४००० बूथ कमेटियों का भौतिक सत्यापन किया जा चुका है।

प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इसके मायने और फायदे बताए

एक मीडिया को दिए अपने बयान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बताया कि “प्रदेश में कांग्रेस की एक-एक बूथ कमेटी का सत्यापन किया जा रहा है। ३१ दिसंबर तक सभी बूथ कमेटियों को पुर्नगठित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए टीम काम कर रही है। कहा कि हर बूथ कमेटी अध्यक्ष के घर पर नेम प्लेट देने ब्लाक और जिला स्तर के पदाधिकारी जाएंगे, इससे निचले स्तर के कार्यकर्ता में उत्साह बढ़ेगा। अध्यक्षों के घर नेम प्लेट लगने से पूरे इलाके को यह संदेश जाएगा कि कांग्रेस अपने एक-एक कार्यकर्ता से जुड़ा हुआ है, इससे नई ऊर्जा आएगी। हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा जैसे कार्यक्रमों में इन बूथ कमेटियों के अध्यक्ष अहम भूमिका निभाएंगे। नेम प्लेट उन्हें जिम्मेदारी याद दिलाता रहेगा।