छत्तीसगढ़। भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर हाथ जोड़ो यात्रा का आगाज आखिर क्यों छत्तीसगढ़ की धरती से होने जा रहा है। क्या कांग्रेस (Congress) का यह मूवमेंट मिशन 2023 विधानसभा चुनाव तो नहीं। भले इसका जवाब कांग्रेसी न देते नजर आये लेकिन मकसद यही है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ भारत जोड़ो यात्रा में चलने के बाद इसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी हाथ जोड़ो यात्रा का आगाज होगा।
वैसे, सियासतदानों की मानें, तो यह यात्रा विधानसभा चुनाव को देखते हुए बनाई गई है। जाहिर है कि राहुल गांधी की पदयात्रा के बाद पूरे कांग्रेस पार्टी को एक नई ऊर्जा मिली है। अगर देखा जाए तो राहुल गांधी ने पूरे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को जनता से जुड़े रहने का संदेश दिया है। ताकि आमजन को यह लगे कांग्रेस पार्टी ही नहीं एक आम आदमी के परिवार की पार्टी है। जैसा की पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के दौर में पूरा देश महसूस करता था। लेकिन वक्त के साथ सब कुछ बदल गया। लेकिन ये तय है कि राहुल गांधी की इस यात्रा से कांग्रेस अपने पूर्व के हालात में आ जाएगी। बशर्ते, जमीनी स्तर के जुड़े नेता बिना भेदभाव के साथ जनता के हितों की लड़ाई लड़ते रहें। कुछ मिलाकर उन्हें अपनी छवि को साफ-स्वच्छ बनाकर रखना होगा। अगर राहुल गांधी की इस सोच को अपनाकर सघंर्ष करेंगे तो निश्चित तौर आने वाले समय कांग्रेस का ही होगा।
प्रदेश कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर यहां 23 जनवरी से शुरू हो रहे हाथ जोड़ो यात्रा की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए कार्यकर्ताओं में प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिए हैं। कल इस मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक भी होने वाली है। फिर इसके बाद 23 दिसंबर को दिल्ली में सभी पदाधिकारी और विधायक जुटेंगे। जहां इसकी पूरी रूपरेखा तय हो जाएगी। जिसमें यह भी तय होगा कि हाथ जोड़ो यात्रा का रूट किधर से गुजरेगा। इसके लिए पूरा खाका तैयार कर लिया जाएगा।
बहरहाल, इन तैयारियों के बीच कांग्रेस की कोशिश है कि इस पदयात्रा में रुट में पड़ने वाले क्षेत्र और प्रदेश के अन्य जिलों की जनता को भी इसमें सहभागिता निभाने के लिए प्रेरित किया जाए। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस इसके प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का प्लेटफार्म चुना है। जहां फेसबुक व Twitter के जरिए भारत जोड़ो यात्रा के मकसद के बारे में बताया जा रहा है।
इसके लिए भारत जोड़ो यात्रा के आकर्षक पोस्टर और विडियो की क्लिपिंग भी ट्विटर आदि डाले जा रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल सहित इनके मंत्री भी अपने-अपने तरीके से हाथ जोड़ो यात्रा के बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार करने में जुटे हैं।
हालांकि चर्चा है कि विधायक अपने-अपने क्षेत्र की जनता के बीच इस हाथ जोड़ो यात्रा को सफल बनाने के लिए बैठक कर रहे हैं। देखा जाए, तो इस अभियान को किसी भी हालत में कांग्रेस कमजोर पड़ने नहीं देना चाह रही है।
इधर, छत्तीसगढ़ कांग्रेस की आधिकारिक Twitter एकाउंट में विडियो और हाथ जोड़ो यात्रा के प्रचार-प्रसार के लिए विडियो पोस्ट किए जा रहे हैं। एक नजीर के तौर कुछ इन लाइनों के साथ विडियो पोस्ट किए जा रहे हैं। जैसे हम इस नफ़रत को देश की नसों से मिटा देना चाहते हैं, प्रैक्टिस बहुत हो गई अब देश के लिए इस पदयात्रा पर निकलने का टाइम आ गया है। जब नफ़रत मिटानी हो तो क्यों न जुड़ें! भारत जोड़ो यात्रा…देश जुड़ने तक, हर जवाब मिलने तक।
हम इस नफ़रत को देश की नसों से मिटा देना चाहते हैं, प्रैक्टिस बहुत हो गई अब देश के लिए इस पदयात्रा पर निकलने का टाइम आ गया है।
जब नफ़रत मिटानी हो तो क्यों न जुड़ें!
भारत जोड़ो यात्रा…देश जुड़ने तक, हर जवाब मिलने तक।#BharatJudneTak pic.twitter.com/kJ68fZ2buE— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) December 18, 2022