रायपुर। कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा (Congress in-charge Kumari Selja) ने आज राजीव भवन में प्रेस कांफ्रेस की। जहां उन्होंने कहा, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लेकर अदालत की जो भी फैसला आया है। यह केवल कोर्ट की फैसला बात नहीं है। कोर्ट के फैसले के बाद जिस तत्परता से उनका सदस्यता रद्द कर दी गई, इसमें षड्यंत्र नज़र आ रही। उन पर कार्रवाई इसलिए की कि उन्होंने मोदी जी की दुखती रग पर हाथ रख दी थी। राहुल गांधी ने संसद में सवाल किया था, अडानी की कंपनी जिसमें 20 हजार करोड़ आया, वह पैसा किसका है?। पूछा था, पीएम मोदी का अडानी से रिश्ता क्या है?। राहुल गांधी द्वारा उठाया गया सवाल उनका व्यक्तव्य सदन की रिकॉर्ड से निकाल दिया गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की कविता को सदन की कार्रवाई से हटा दिया गया। क्यों हटा दिया गया, जबकि कोई बात असंसदीय नहीं थी। कुछ दिनों से देख रहें है, कि सत्ता पक्ष खुद सदन चलने नहीं दे रहें है। राहुल गांधी के ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाएं जा रहे हैं। राहुल गांधी को सदन में बोलने नहीं दिया गया, जो सांसद होने के नाते उनका अधिकार था। दूसरा उनके खिलाफ पेरलर आरोप कानूनी कार्रवाई पर हम टिप्पणी नहीं करेंगे।
कानूनी लड़ाई हम अदालत में लड़ेंगे। भाजपा ने इस मामले को ट्विस्ट किया। कहा, 23 मार्च को राहुल गांधी को कोर्ट से सजा24 घंटे के भीतर तत्परता से लोकसभा से उनकी सदस्यता रद्द कर दी। दो दिन बाद अब उन्हें मकान खाली करने को कहा जा रहा। ये बीजेपी की निम्न स्तर की राजनीति है। बीजेपी अब इस मामले में जबरदस्ती ओबीसी की राजनीति ले आई है। जिनके नाम राहुल गांधी जी ने लिया है, क्या वे ओबीसी है। भ्रष्टाचारियों की कोई जाति नहीं होती।
कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि, तीन में से हमारे दो मुख्यमंत्री ओबीसी समाज से हैं। आखिर बीजेपी क्या जताना चाहती है। दरअसल कुमारी सैलजा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उन बयानों का पलटवार करते हुए बोलीं हैं, जिनमें नड्डा ने कहा था कि, कांग्रेस ओबीसी के खिलाफ है। इन दिनों बीजेपी राहुल गांधी के मोदी वाले बयान को ओबीसी का अपमान बता रही है, इस पर सैलजा ने कहा, बीजेपी OBC पॉलिटिक्स कर रही है। माफी इन लोगों को मांगना चाहिए, जो नीरव मोदी जैसे लोगों को इस कैटेगरी में डालना चाह रहे हैं। वो भ्रष्टाचारी हैं और भ्रष्टाचारी किसी भी जाति का नहीं होता है।
.@RahulGandhi जी के सवालों से घबरा रही केंद्र सरकार। @kumari_selja #DemocracyDisqualified pic.twitter.com/9SxJccuQa8
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) March 29, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हुई 2 साल की सजा और फिर लोकसभा सदस्यता खत्म किये जाने की वजह ‘मोदी’ सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी थी। जिसके ये मामला सीधे OBC पॉलिटिक्स से जुड़ गया है। क्योंकि बीजेपी के नेता हर जगह इसे OBC वर्ग का अपमान बता रहे हैं लेकिन कांग्रेस की तरफ से भी इस मामले को लेकर तीखे बयान सामने आ रहे हैं।
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के मामले में कुमारी सैलजा ने कहा कि एक ऐसा मुद्दा आया है जो देश की जनता ने कहीं नहीं देखा होगा। जिस तरह राहुल गांधी के साथ हुआ। चाहे कोर्ट का घटनाक्रम हो या फिर उसके बाद की घटनाएं हो, सब कुछ सामने है। केवल कोर्ट के ही फैसले की बात नहीं है, फैसला आने के बाद जिस तत्परता से उनकी सदस्यता समाप्त की गई ये किसी चाल का हिस्सा है।
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा, देश के सभी नागरिकों को संवैधानिक अधिकार केंद्र की मोदी सरकार देश के नागरिकों का संवैधानिक अधिकार छीन रही।
राहुल गांधी को बंगला खाली करने का नोटिस मिलने के बाद छत्तीसगढ़ में ये चर्चा है कि, क्या सरकार यहां पूर्व मंत्रियों का बंगला खाली कराएगी? इसको लेकर कुमारी सैलजा ने कहा कि, इसका रिव्यू किया जाएगा। और हमारी सरकार इसे देखेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमने अंग्रेजों के साथ लड़ाई लड़ी, ईट का जवाब पत्थर से दिया था। हम राजनीतिक लड़ाई भी इसी तरह लड़ेंगे। कांग्रेस की पीसी में मोहन मरकाम, टीएस सिंहदेव, प्रेमसाय सिंह टेकाम, शिव डहरिया,सत्यनारायण शर्मा समेत कई अन्य नेता मौजूद थे।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)