मूणत बोले, ‘भेंट-मुलाकात’ से पूर्व BJP ‘पार्षदों’ को थाने में ‘बैठाया’ गया!, देखें VIDEO

By : madhukar dubey, Last Updated : April 19, 2023 | 3:26 pm

छत्तीसगढ़। रायपुर पश्चिम विधानसभा (Raipur West Assembly) में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात से पूर्व बीजेपी के दो पार्षदों को थाने में बैठा लिया गया है। ऐसा कहना पूर्व मंत्री राजेश मूणत (Former Minister Rajesh Moonat) का है। जिसे लेकर वह रायपुर पश्चिमी विधानसभा के पहाड़ी चौक पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए हैं। जहां उन्होंने जमकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोला।

कहा, भेंट-मुलाकात करने वाले करते रहें, हमें कोई आपत्ति नहीं है। न हमने तो न विरोध करने का ऐलान किया। लेकिन दो से तीन पार्षदों को थाने में बैठाना लोकतंत्र का हनन है। कहा, जब मुख्यमंत्री ने कुछ किया ही नहीं तो हम क्यों विरोध करें। रोड बनी हैं तो भाजपा के ही शासनकाल की है। जब कोई विरोध ही नहीं किया जा रहा है, इसके बावजूद जनप्रतिनिधियों को थाने में बैठाना गलत है। इस प्रकार की हरकत कर रहें, रायपुर की जनता पूछ रही है कि क्या किया है। ये तो सिर्फ नामकरण करने के लिए खड़े हैं। हम इसका विरोध करेंगे।

पुलिस ने पार्षद भोलाराम साहू और दीपक जायसवाल को यहां की रामनगर चौकी में बिठा दिया था। जिसे लेकर चौकी में जमकर जमकर बवाल हुआ। पार्षदों को घर से उठाकर लाने पर पुलिस अधिकारी और पूर्व मंत्री राजेश मूणत के बीच जमकर बहस हुई। पूरा मामला गुढ़ियारी थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में काले गुब्बारे छोड़े जाने की खबर मिली थी और इसी आशंका के चलते पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के संत रामदास वार्ड के पार्षद भोलाराम साहू और शहीद चूड़ामणी वार्ड के पार्षद दीपक जायसवाल समेत अन्य नेताओं को रामनगर चौकी में बिठा दिया गया था।

थाने में भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत और पुलिस अफसरों के बीच तीखी बहस हुई

पार्षदों को बिठाने की जानकारी मिलते ही पूर्व मंत्री राजेश मूणत अपने समर्थकों के साथ रामनगर चौकी पहुंचे और जमकर हंगामा किया। उन्होंने बीजेपी पार्षदों को थाने में बिठाए जाने का विरोध करते हुए पुलिस से सवाल किया कि आखिर पार्षदों को उनके घर से ही क्यों उठा लिया गया। जिसके जवाब में जब पुलिस अधिकारियों ने ये कहा कि वे उन्हें चाय पिलाने के लिए चौकी लेकर आए हैं, तो इस बात से मूणत भड़क गए और उन्होंने गुस्से से जवाब देते हुए कहा कि- भाड़ में गई तेरी चाय। बिना कारण आखिर पार्षदों को क्यों उठाया गया।

इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)