रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Legislative Assembly) के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (Narayan Chandel) ने समय पूर्व सत्रावसान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एक बार फिर कांग्रेस ने इतिहास का सबसे छोटा बजट सत्र पूरा करने के बजाय पहले ही खत्म कर दिया। जब से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आई है, तब से एक भी विधानसभा सत्र पूरा नहीं हुआ। हर सत्र को छोटा करना और उसमें भी जनता के मुद्दों पर चर्चा में व्यवधान उत्पन्न करना कांग्रेस सरकार के जनविरोधी चरित्र का जीवंत उदाहरण है। कांग्रेस को आम जनता की कोई चिंता नहीं है। यह पार्टी लोकहित और लोकतांत्रिक मूल्यों का गला घोंटने में भरोसा रखती है। इसे केवल अपने और अपनी पार्टी के स्वार्थों से ही सरोकार है। कांग्रेस लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुकूल आचरण नहीं करती।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि लोकतंत्र के लिए यह उचित नहीं है। जनता की आवाज जनप्रतिनिधि विधानसभा में ही उठाते हैं और इस प्रकार अगर विधानसभा की अवहेलना होगी तो जनता आखिर कहां जाएगी ? कांग्रेस नहीं चाहती कि विधानसभा में जनता के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हो और जनता की समस्याओं का समाधान हो।
कांग्रेस सरकार का भ्रष्टाचार सामने आ रहा है, कांग्रेस के विधायक भी अपनी सरकार को आइना दिखा रहे हैं, इसलिए यह सरकार मुद्दों से भाग खड़ी हुई। समय के पहले सत्र समाप्त होने से जनता का नुकसान हुआ और लोकतांत्रिक मूल्यों का अवमूल्यन हुआ है। कई गंभीर विषयों पर चर्चा नहीं हो सकी। कांग्रेस ने जनता के साथ विश्वासघात किया है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि कांग्रेस के पास जनता से जुड़े मुद्दों पर विपक्ष के प्रश्नों का कोई जवाब नहीं है। कानून और व्यवस्था में यह सरकार पूरी तरह फेल है। भारतीय जनता पार्टी के सवालों का यह विधानसभा में जवाब तक नहीं दे पा रही थी। अनियमित कर्मचारियों को नियमित करना, शराबबंदी, संपत्ति कर आधा, महिला स्व सहायता समूह के कर्जे, जनघोषणापत्र के मुद्दे जो चार साल से सरकारी दस्तावेज बन कर धूल खा रहे हैं, उन सभी पर भूपेश बघेल सरकार बैकफुट पर है।
हालात यह हैं कि इनके मंत्री जन घोषणा पत्र में किए वादे तक से इंकार कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार यदि यह सोचती है कि वह विधानसभा सत्र समाप्त कर जनता के सवालों से बच सकती है, तो कांग्रेस की गलतफहमी है।भाजपा जनता से जुड़े मुद्दे अब सड़कों पर लाएगी और जनता के साथ मिलकर इस लोकतंत्र विरोधी छत्तीसगढ़ सरकार के असली चेहरे को उजागर करेगी।