रायपुर। CG-PSC पर्चा लीक पर एक गुमनाम चिट्ठी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है। बीजेपी नेता और पूर्व आईएएस ओपी चौधरी (Former IAS OP Chowdhary) ने ट्विटर पर शेयर किया है। वहीं परीक्षा में पूछे गए सवाल को असंगत होने का सवाल खड़ा हो गया है।
बता दें, बीजेपी ने इस परीक्षा में अधिकारियों और कांग्रेस नेताओं के बेटे-बेटियों और भाई भतीजावाद का आरोप लगाया है। जिसे लेकर राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा गया है। कल इसे लेकर लोक सेवा आयोग के दफ्तर को भी बीजेपी घेरेगी और धरना-प्रदर्शन करेगी। बीजेपी के इस मुद्दे को उठाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था, इसे लेकर बीजेपी प्रदेश का माहौल खराब करना चाह रही है।
दूसरी ओर कल कांग्रेस कहा था, रमन सरकार की पूर्ववर्ती सरकारों में पीएएससी में बड़े पैमाने में धांधली की गई थी। उस पर भाजपा के लोग क्यों नहीं बोलते। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर बीजेपी सबूत और तथ्यों के साथ दस्तावेज पेश करे तो इसकी जांच कराएंगे। क्या किसी अधिकारी और नेता को बेटा-बेटी होना अपराध है। बहरहाल, CG-PSC की चयन प्रक्रिया को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में सियासी जंग तेज हो गई है।
पूर्व IAS और बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने एक गुमनाम चिट्ठी सार्वजनिक की है। इस चिट्ठी में राज्य प्रशासनिक सेवा के लिए होने वाली परीक्षा का पर्चा लीक होने का जिक्र है। दावा किया जा रहा है कि CG-PSC की कोचिंग कर रहे एक स्टूडेंट ने ये चिट्ठी लिखी है और इसे सोशल मीडिया पर अब शेयर किया जा रहा है। चिट्ठी में स्टूडेंट की ओर से लिखा गया है कि बिलासपुर के गांधी चौक के हॉस्टल में राज्य सेवा परीक्षा-2021 की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी रह रहे थे। इनमें एक गांजे का नशा करने वाला युवक मिला उसने कुछ अधिकारी और बड़े नेताओं का नाम लेकर कहा कि वो उनके परिचित और रिश्तेदार हैं। उस नशेड़ी युवक ने चिट्ठी लिखने वाले युवक के अन्य दोस्त को कुछ सवाल भेजे थे, युवक ने बताया कि जब PSC की मुख्य परीक्षा हो गई , तो उसके बाद पेपर्स के pdf आने लगे। मैं देख कर बहुत हैरान हुआ, मेरे कैज़ुअल फ्रेंड के पास जो प्रश्न उसके दोस्त ने भेजे थे। वो मुख्य परीक्षा के प्रश्न में शामिल थे। हिंदी के पेपर के बाद निबंध का पेपर देखा, वो भी 100% मैच हो रहे थे।
युवक ने चिट्ठी में आगे लिखा- कुछ महीने बीते मेरा वह कैज़ुअल फ्रेंड बाद में बिलासपुर छोड़कर भिलाई शिफ्ट हो गया था। इधर सितंबर 2022 में आरक्षण पर माननीय हाईकोर्ट के निर्णय के बाद, PSC 2021 के परिणाम भी रोक दिए गए थे । लेकिन जब अभी पिछले सप्ताह रिजल्ट रिलीज किया गया। तो मेरे कैज़ुअल फ्रेंड का कॉल आया उसने बताया कि उसक वह व्यसनी दोस्त का सिलेक्शन हो चुका है। यह सुनकर मेरा दिमाग सन्न पड़ गया। मैं पब्लिकली नहीं कह सकता। क्योंकि वे बहुत बड़े बड़े लोग हैं, वे मगरमच्छ हैं, हम जैसों को निगल जाएंगे। स्वयं की सुरक्षा कारणों से पहचान नहीं बता रहा हूं…।
ओपी चौधरी ने इस पूरे मामले में रिटायर्ड जज से जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा- नेताओं, बड़े-बड़े अधिकारियों के परिवारों से एक साथ दो-दो लोगों के चयनित होने की बात आई, बेटा, बेटी, दामाद तक को चुना गया है। इस वजह से छत्तीसगढ़िया युवा ठगा हुआ महसूस कर रहा है। पारदर्शिता के लिए जो कदम अपेक्षित है जैसे आंसर शीट की कार्बन कॉपी देना, वीडियोग्राफी कराना या संशोधित मॉडल आंसर जारी करना उस पर पीएससी ने कभी पारदर्शिता नहीं बरती है। इन सब परिस्थितियों के मद्देनजर मैं जांच की मांग करता हूं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
अगर प्रतियोगिता के नतीजों की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं तो बेहतर होगा कि पीएससी के हालिया नतीज़ों पर एक न्यायिक जांच कमेटी बनाई जाए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये…#Cgpsc pic.twitter.com/pBofzrHESr
— OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) May 17, 2023
किसी अभ्यर्थी द्वारा पीएससी ग्रुप में बिना नाम के लिखा गया : pic.twitter.com/hNTF82rzTM
— OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) May 18, 2023
इस विषय को कांग्रेस-भाजपा @INCIndia @BJP4India से ऊपर उठ कर देखिये @bhupeshbaghel जी..
सरकार आपकी है,सारे तथ्य,दस्तावेज आपके पास है।तत्काल माननीय हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज से जाँच की घोषणा कीजिये।
#Chhattisgarh के युवाओं में हताशा फैल रही है…
सरकार आपकी है,मुख्यमंत्री आप… https://t.co/5WpfZLcny0— OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) May 17, 2023
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