रायपुर। नगर निगम (Municipal council) में आज ‘राम नाम की राजनीति’ की बात आने पर सामान्य सभा के दौरान बहस इतनी बढ़ गई कि बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों में हाथापाई की नौबत (Situation of scuffle) आ गई। बात यहां से उठी जब बीजेपी पार्षद शहर में विकास नहीं होने का मुद्दा उठा ही रहे थे। इसी दौरान कांग्रेस के पार्षद ने कहा, राम के नाम पर हर बार जीत कर नहीं आ सकते। फिर क्या था,बवाल ही बढ़ गया। आव देखा न ताव दोनों ओर के पार्षद कुर्सी छोड़कर सभापति के डायस के सामने आ डटे।
दोनों दलों के पार्षद एक-दूसरे के सामने तनकर खड़े हो गए और उंगलियां दिखाते हुए चेतावनी भरे लहजे में चिल्लाने लगे। करीब 15 मिनट तक इस तरह हंगामा चलता रहा। सीनियर पार्षदों की समझाइश के बाद पार्षद अपनी-अपनी कुर्सियों पर लौटे।
बुधवार को नगर निगम के बजट पर चर्चा अधूरी रहने के कारण गुरुवार को दूसरे दिन भी सभा बुलाई गई। इस दौरान बीजेपी पार्षद दल के प्रवक्ता मृत्युंजय दुबे महापौर पर आरोप लगा रहे थे कि वे बजट में सिर्फ घोषणाएं ही करते हैं। इस पर कांग्रेस दल की ओर से किसी ने ये कह दिया कि हर बार राम के नाम पर जीत नहीं मिलेगी। इसके बाद बीजेपी पार्षद उखड़ गए।
पार्षद मृत्युंजय दुबे अपनी जगह से उठकर डायस के सामने पहुंच गए। उनके साथ पार्षद सरिता दुबे, दीपक जायसवाल, अमर बंसल, रोहित साहू, सरिता वर्मा, भोलाराम साहू भी विरोध जताने लगे। दूसरी तरफ कांग्रेस से पार्षद अमितेश भारद्वाज, कामरान अंसारी, रितेश त्रिपाठी और बाकी पार्षद भी डायस के सामने आ गए।
इस दौरान अमितेश और दीपक जायसवाल के बीच कहा-सुनी हाथापाई में तब्दील होने की नौबत हो गई। मौके की नजाकत को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने बीच बचाव किया।
बजट सर्वसम्मति से पास
हंगामे के बीच नगर निगम का बजट पास हो गया। महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि मुझे खुशी इस बात की है कि महिला पार्षदों ने बजट में बड़ी भागीदारी निभाई है। रायपुर शहर का बजट पेश हुआ और उसमें सभी ने अपनी बात रखी । वहीं नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने बजट को लेकर कहा कि पिछले 4 सालों से महापौर ने घाटे का बजट पेश किया था, लेकिन इस बार उन्होंने फायदे का बजट पेश किया है। इसके पीछे की सच्चाई ये है कि रायपुर नगर निगम में फायदे का बजट पेश करना आसान नहीं है। नगर निगम 200 करोड़ का बॉन्ड लाने वाला है।
रिजर्व बैंक की गाइडलाइन है कि बिना फायदे का बजट दिखाए बॉन्ड जारी नहीं किया जा सकता, इसलिए साजिश के तहत फायदे का बजट पेश किया गया है।
25 प्रतिशत राशि के प्रस्ताव पर हंगामा
महापौर के भाषण में जिक्र था कि सभी जोन के 10 दिनों से आने वाले कुल राजस्व की 25 प्रतिशत राशि उसी जोन के विकास के लिए उपलब्ध होगी। इस पर सदस्य ज्ञानेश शर्मा के मौखिक प्रस्ताव पर कांग्रेस पार्षद दल ने सहमति जताई, लेकिन विपक्ष ने हंगामा किया।
पार्षदों का कहना था कि सभी 7 जोन में 25% राशि का बंटवारा किया जाए, लेकिन कुछ पार्षदों का कहना था कि कुछ वार्ड विकसित हैं, वहां राशि न दी जाए। जहां जरूरत हो, उन्हीं वार्डों में राशि दी जाए।
सामान्य सभा में ये एजेंडे पास हुए
सामान्य सभा में बजट के साथ 6 एजेंडे चर्चा के लिए लाए गए। इनमें सभी प्रस्ताव पारित हो गए। अब शहर में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर निगम पीपीपी मॉडल पर शहर के 10 स्थानों पर ई-चार्जिंग स्टेशन लगाएगा।
कई नामकरण के प्रस्ताव रखे गए थे, जिन्हें पारित कर दिया गया। इनमें खम्हारडीह से ऐश्वर्या किंगडम, कचना तिराहे तक रोड का नाम स्वतंत्रता सेनानी स्वरूपचंद पाटनी के नाम पर, खो-खो पारा शाला भवन का नाम स्वतंत्रता सेनानी दिवंगत रामसखा अग्रवाल, अवंति विहार एटीएम चौक का नाम पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर होगा।
वहीं, राम नगर कबीर चौक से दिशा कॉलेज-गीता नगर अंडरब्रिज तक सड़क का नाम दिवंगत कंवल सिंह सेन और कालीबाड़ी और सिद्धार्थ चौक के बीच सड़क का नामकरण स्वतंत्रता सेनानी दिवंगत हनुमान प्रसाद दुबे के नाम पर करने का प्रस्ताव पास किया गया है।
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