AIIMS: दूसरा एम्स खोलने के लिए TS बाबा ने केंद्र को लिखी चिट्ठी, जानें, क्या बताई जरूरत
By : madhukar dubey, Last Updated : January 6, 2023 | 4:24 pm
टीएस सिंह देव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में कहां की सरकार अगर भविष्य में एक और नए एम्स की स्थापना पर विचार कर रही है तो बिलासपुर इसके लिए जन आकांक्षाओं के काफी अनुरूप होगा। बिलासपुर जिला और संभाग का मुख्यालय है यह मुंबई हावड़ा रेल मार्ग पर जंक्शन है। यहां से हवाई सेवाएं भी शुरू हो चुकी है। साथ ही सड़क से भी हर क्षेत्र में जुड़ा हुआ है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी यानी उच्च न्यायालय एसईसीएल और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का मुख्यालय बिलासपुर में स्थित है। सरगुजा संभाग के 6 जिले के अलावा दूसरे 6 जिले भी बिलासपुर से लगे हुए हैं। यहां एम्स की स्थापना होने से बिलासपुर मुंगेली कोरबा गौरेला पेंड्रा मरवाही जांजगीर-चांपा रायगढ़ सहित सरगुजा संभाग के 6 जिले के लिए लोगों को काफी फायदा मिलेगा। पड़ोसी राज्यों में मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश झारखंड उड़ीसा के लोगों को भी यह चिकित्सा सुविधा का एक बड़ा लाभ मिल सकता है।
पत्र में लिखा बिलासपुर में जमीन सहित सभी संसाधन उपलब्ध है
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने अपने पत्र में लिखा बिलासपुर में सभी संसाधन उपलब्ध हैं। पर्याप्त मात्रा में जमीन और दूसरे संसाधन भी मौजूद हैं। बस्तर संभाग में जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल के साथ कांकेर का नया मेडिकल कॉलेज मौजूद है ऐसे में बिलासपुर मे ऐम्स पूरे प्रदेश को फायदा होगा।
बिलासपुर को उपयुक्त बताने के लिए बस्तर और सरगुजा की दूरी बताई
पत्र के माध्यम से टीएस सिंह देव ने बिलासपुर को उपयुक्त बताने के लिए बस्तर सरगुजा से रायपुर एम्स की दूरी का भी हवाला दिया स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा कि प्रदेश में 5 संभागों में बांटा गया है दक्षिण बस्तर में संभाग की रायपुर की दूरी 303 किमी है वही उत्तर में सरगुजा संभाग सैयां दूरी 337 किमी है जनसंख्या की दृष्टि से बिलासपुर दूसरा सबसे बड़ा संभाग है यहां की आबादी एक करोड़ एक लाख
अब भीड़ के दबाव को कम करने के लिए दूसरे एम्स की जरूरत
छत्तीसगढ़ में पहला एम्स 2012 में स्थापित हुआ था रायपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स की स्थापना 2012 में हुआ था पिछले 10 सालों में या प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान बन चुका है। इसकी ओपीडी में रोजाना औसतन 22 लोग रोजाना पहुंच रहे हैं। मेडिसिन स्त्री रोग अर्थों पेटी ईएनटी और त्वचा रोग जैसे विभागों में सबसे ज्यादा भीड़ है।