पूर्व सीएम के भाजपा सरकार को नेम चेंजर कहने पर गरमाई सियासत
रायपुर / सरकारी योजनाओं के नाम बदलने(changing names of government schemes) को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष की राजनीतिक बयानबाजी(political rhetoric) शुरू हो गईहै। योजना के नाम बदलने को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह नेम चेंजर सरकार है। जिस पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि यह विचारों का टकराव है सरकार बदलती है तो नाम भी बदलता है। वहीं इस पर मुख्यमंत्री साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने 2019 का पत्र वायरल कर कहा पहले ऐसा अनुचित था न। छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के कार्यकाल में चल रही कई योजनाओं का नाम बदल दिया है, जिससे अब प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई है।
योजनाओं का नाम बदलने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस सरकार के पास काम करने के लिए कुछ नहीं है। यह काम को छोड़कर बस नाम बदलने का काम कर रही है। यह नेम चेंजर सरकार है।
योजनाओं के नाम बदले पर भूपेश बघेल के दिए गए बयान पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि यह विचारों का टकराव। जब सरकारें बदलती हंै, तब योजनाओं का नाम बदलता है, यह सामान्य बात है।
वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने भी पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर 2019 का पत्र पोस्ट करते हुए कहा, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि 11 फरवरी को आती है। इसी दिन भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार ने उनके नाम वाली योजनाओं का नाम बदलकर उसे कथित गांधी परिवार वालों के नाम पर रख दिया था। ऐसा करना अनुचित था न भूपेश बघेल जी?
साय सरकार ने राजीव गांधी स्वावलंबन योजना का नाम पं. दीनदयाल उपाध्याय स्वावलंबन योजना और राजीव गांधी आजीविका केंद्र योजना का नाम पं. दीनदयाल उपाध्याय आजीविका केंद्र योजना कर दिया है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि 11 फरवरी को आता है। इसी दिन भूपेश जी की कांग्रेस सरकार ने उनके नाम वाली योजनाओं का नाम बदल कर उसे कथित गांधी परिवार वालों के नाम पर रख दिया था।