छत्तीसगढ़। नफ़रत की लाठी तोड़ो, लालच का खंजर फेंको, ज़िद के पीछे मत दौड़ो, तुम प्रेम के पंछी हो देश प्रेमियों, आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों …। फिल्म देश प्रेमी के गाने की ये लाइनें कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष (Rahul Gandhi) राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर सटीक बैठती है। क्योंकि कुछ ऐसी सोच के साथ भारत जोड़ो यात्रा भी चल रही है। इसमें अपार जनसमूह का समर्थन मिल रहा है। राहुल गांधी जहां से भी गुजरे, वहां लोगों में उनको देखने और उनके साथ कदम से कदम मिलाने की होड़ दिखी। वैसे ये आने वाला वक्त बताएगा, इसका आगामी लोकसभा चुनावों पर क्या असर पड़ता है।
लेकिन ये सच है कि राहुल गांधी की इस अथक मेहनत पर हर देशवासी की नजर है। इतनी लंबी यात्रा आजादी के बाद भारत में कभी किसी भी राजनैतिक व्यक्ति ने नहीं की है। यही सोच, आज राहुल गांधी को सबसे अलग खड़ा करती है। इनके भारत जोड़ो यात्रा की अपार सफलता को देखते हुए छत्तीसगढ़ की धरती से प्रदेश कांग्रेस इसी तर्ज पर 23 जनवरी को हाथ जोड़ो यात्रा का आगाज करेगी। इसके लिए तैयारियां भी जोरशोर से चल रही है। इन तैयारियों को मूर्त रूप देने के लिए 23 दिसंबर को नई दिल्ली में प्रदेश प्रभारी और अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं की बैठक बुलाई गई है। इसके मद्देनजर 19 दिसंबर को रायपुर में प्रस्तावित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में इस यात्रा की रूपरेखा तय करने के लिए बैठक होगी।
लोकसभा चुनाव और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव मिशन 2023 को कामयाब बनाने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। राजनीतिक विश्लेषकों के नजरिए से कांग्रेस के हाथ जोड़ों अभियान का पूरा फायदा मिलेगा। क्योंकि पिछले चार साल में भूपेश सरकार ने जो काम किए हैं। उनका इस अभियान के जरिए ब्रांडिंग की जाएगी। ताकि गांव-गांव लोगों को यह बताया जा सके। कांग्रेस ने उनके लिए भूपेश सरकार के नेतृत्व में जो काम किए हैं, वह भाजपा के अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर है। इतना तो तय है कि हाथ जोड़ो यात्रा के माध्यम से कांग्रेस की बिखरी कड़ी को आपस में मिलाने की कोशिश होगी। वैसे भीड़ को वोट में बदलना थोड़ा मुश्किल होता है। फिर भी कांग्रेस जिस तरह से अपनी राजनीतिक जमीन पाने के लिए कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर कड़ी मेहनत कर रही है। उससे तो एक बात तय है कि कांग्रेस के नेतृत्व में सभी क्षेत्रीय पार्टियां एकजूट होगीं। ऐसे में जाहिर है कि भाजपा की राहें, आने वाले लोकसभा चुनाव में आसान नहीं होगी।
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने बताया कि हाथ जोड़ो यात्रा उन जगहों पर चलाई जा रही है। जहां पर भारत जोड़ो यात्रा नहीं पहुंच पाई है। इस यात्रा का मकसद है कि लोगों तक केंद्र सरकार की नाकामियों को लोगों को बताया जाएगा। वहीं भूपेश सरकार द्वारा किए गए सराहनीय कामों को लोगों को बीच में बताया जाएगा। उसका फीडबैक लिया जाएगा बूथ स्तर पर मजबूत किया जाएगा। कांग्रेस का कहना है कि महंगाई बेरोजगारी तमाम मुद्दे जो केंद्र सरकार ने जनता के बीच में वादे किए थे वह वादे पूरे नहीं हुए हैं इन तमाम बातों का जिक्र जनता के बीच में होगा और साथ ही साथ भारत जोड़ो यात्रा का जो मकसद है राहुल गांधी जी द्वारा जो मैसेज जनता के बीच में दिया जा रहा है उसका भी जिक्र होगा।
राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है इसमें हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा के साथ कुछ और मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर ही निकाला जाएगा। यात्रा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बूथों को जोड़ने हर जिले के एक अधिवेशन होगा अंत में एक बड़ी रैली का आयोजन कर इस यात्रा का समापन किया जाएगा इस यात्रा का रास्ता कौन सा होगा उसकी कैसी रूपरेखा होगी इसका मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
कांग्रेस का 85 राष्ट्रीय अधिवेशन रायपुर में आयोजित किया जाएगा यह कांग्रेस पार्टी के लिए पहला अवसर है जब उनको इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी मिली है अधिवेशन के दौरान यहां करीब 10 से 15 हजार प्रतिनिधि रायपुर पहुंचने वाले हैं।
LIVE: Shri @RahulGandhi addresses media at PCC office in Jaipur on the completion of #100DAYSOFYATRAhttps://t.co/2zT6VKsZ3h
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) December 16, 2022