देशभर में कोविड-19 के एक्टिव केस 1000 के पार, दिल्ली में एक हफ्ते में 99 नए मामले

कोविड से संबंधित मौतों की बात करें तो महाराष्ट्र में 4, केरल में 2 और कर्नाटक में 1 व्यक्ति की मौत की सूचना है, हालांकि इनकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है।

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  • Publish Date - May 26, 2025 / 01:02 PM IST

नई दिल्ली, 26 मई: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस (corona virus) संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 1000 के पार पहुंच चुकी है। इनमें से 752 नए मामलों की पुष्टि हाल ही में हुई है। कोरोना की नई रफ्तार ने सरकार और नागरिकों दोनों को एक बार फिर सतर्क कर दिया है।

सबसे ज़्यादा एक्टिव केस केरल में
फिलहाल सबसे अधिक सक्रिय मामले केरल से सामने आए हैं, जहां कुल 430 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 209, दिल्ली में 104, गुजरात में 83, कर्नाटक में 47, उत्तर प्रदेश में 15 और पश्चिम बंगाल में 12 सक्रिय मामले मौजूद हैं।

दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में ही 99 नए मामले सामने आए हैं, जिससे एक बार फिर राजधानी में कोविड को लेकर चिंता का माहौल बन गया है। वहीं, कुछ राज्यों जैसे अंडमान-निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में अभी तक कोई सक्रिय मामला सामने नहीं आया है।

मृत्यु के मामले भी आए सामने
कोविड से संबंधित मौतों की बात करें तो महाराष्ट्र में 4, केरल में 2 और कर्नाटक में 1 व्यक्ति की मौत की सूचना है, हालांकि इनकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है।

दिल्ली सरकार ने की सख्ती, एडवाइजरी जारी
कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने विशेष एडवाइजरी जारी की है। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी अस्पतालों में कोविड से निपटने की पूरी तैयारी होनी चाहिए।

साथ ही सभी पॉजिटिव सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजने के आदेश दिए गए हैं। अब रोज़ाना की रिपोर्टिंग दिल्ली स्टेट हेल्थ पोर्टल और IHIP (Integrated Health Information Platform) पर अनिवार्य कर दी गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और हाथों की नियमित सफाई जैसे कोविड प्रोटोकॉल का फिर से पालन करें।

चिंता और सतर्कता दोनों ज़रूरी
हालांकि वर्तमान संक्रमण की तीव्रता पहले जैसी नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि लापरवाही से हालात बिगड़ सकते हैं। अतः सरकार और नागरिक दोनों को सतर्क रहना जरूरी है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।