अंडे खाने के शौकीन लोग ब्रेकफास्ट हो या लंच, अंडे खाने के बहाने ढूंढ़ते रहते हैं। अगर आप भी अंडा खाना पसंद करते हैं लेकिन इस सवाल का जवाब ढ़ूंढ़ रहे हैं कि सेहत के लिए भूरे या सफेद कौन से रंग के अंडे ज्यादा हेल्दी होते हैं तो पढ़ें ये खबर।
अक्सर बात जब सेहत की होती है तो लोग भूरी चीजों को ज्यादा हेल्दी मान लेते हैं उदाहरण के लिए ब्राउन राइस, ब्राउन शुगर, ब्राउन ब्रेड और अब ब्राउन एग। कुछ लोगों का मानना है कि देसी अंडे यानी ब्राउन एग, व्हाइट एग की तुलना में ज्यादा हेल्दी होते हैं। आइए जानते हैं क्या है इसका सही जवाब और दोनों में फर्क।
अंडा प्रोटीन का अच्छा सोर्स माना जाता है।अंडे में प्रोटीन के साथ कैल्शियम भी मौजूद होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। इतना ही नहीं अंडे का सेवन करके आप अपनी वेट लॉस जर्नी में भी फायदा ले सकते हैं। सर्दियों में अंडा खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद बताया जाता है। लेकिन इसके लिए आप भूरे रंग के अंडे का चुनाव करें ये सफेद, आइए जानते हैं।
सफेद और भूरे अंडों में अंतर-
देसी अंडे भूरे रंग के होते हैं। जबकि पोल्ट्री के अंडे सफेद रंग के होते हैं। कई लोगों का मानना है कि ब्राउन अंडा, व्हाइट अंडे की तुलना में ज्यादा हेल्दी होता है। लेकिन आपको बता दें, कि अंडे के पौष्टिक होने का फर्क उसके रंग से नहीं बल्कि मुर्गियों की डाइट से तय होता है। सूर्य के संपर्क में रहने वाली और अच्छा खाने वाली मुर्गियों के अंडों में सभी पोषक तत्व होते हैं। जबकि बंद कमरे और सही आहार ना मिल पाने वाली मुर्गियों के अंडों में कम पोषक तत्व होते हैं।
दोनों में से कौन सा अच्छा अंडा अच्छा-
फार्म में मौजूद मुर्गियों के अंडे सफेद रंग के होते हैं। इन मुर्गियों को अक्सर जरूरी पोषक तत्व खाने के लिए नहीं दिए जाते हैं। जिसके कारण इनके अंडे में भी जरूरी पोषक तत्व कम होते हैं। वहीं देसी मुर्गियां जिन्हें घरों में पाला जाता है उन्हें काफी पौष्टिक चीजें दी जाती हैं। ऐसे में इन मुर्गियों के अंडे ब्राउन होते हैं और पौष्टिक भी होते हैं। यही वजह है कि ब्राउन अंडे में प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल और कैलोरी की मात्रा भी अधिक होती है। ब्राउन अंडे में ज्यादा ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। स्वाद की बात करें तो इनके स्वाद में सामान्य सा अंतर होता है। ब्राउन अंडे के पीले हिस्सा सफेद अंडे की तुलना में थोड़ा गहरा रंग का होता है।दोनों अंडों के स्वाद में अंतर की वजह मुर्गियों का अलग आहार है।