फीमेल डॉग रिया ने जीता पीएम मोदी का दिल, BSF अकादमी ने किया सम्मानित

By : dineshakula, Last Updated : November 5, 2025 | 4:56 pm

टेकनपुर, ग्वालियर:  भारतीय नस्ल की फीमेल स्निफर डॉग रिया (dog ria) ने न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल जीता, बल्कि पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनाई है। प्रधानमंत्री ने रिया की सराहना मन की बात कार्यक्रम में की थी। अब इसी उपलब्धि के सम्मान में बीएसएफ अकादमी टेकनपुर ने रिया, उसके हैंडलर और प्रशिक्षकों को भव्य समारोह में सम्मानित किया।

ग्वालियर के डबरा स्थित सीमा सुरक्षा बल अकादमी में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वान प्रशिक्षण केंद्र (NTCD) ने रिया और उसके दल का सम्मान किया। यह वही टीम है जिसने 31 अक्टूबर 2025 को गुजरात के केवड़िया (एकता नगर) में आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में हिस्सा लेकर देश का गौरव बढ़ाया था। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में रिया और उसके दस्ते का अनुशासित प्रदर्शन सभी का ध्यान खींच गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने “मन की बात” में कहा था कि परेड में सबसे प्रेरणादायक दृश्य स्वदेशी नस्लों के कुत्तों का प्रदर्शन था। उन्होंने सुरक्षा बलों से अपील की थी कि वे भारतीय नस्लों को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर भारत के मिशन को मजबूत करें। रिया का प्रदर्शन इसी अपील का परिणाम है, जो अब देशी नस्लों की क्षमता का जीवंत उदाहरण बन चुकी है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकी भारतीय नस्ल की डॉग
रिया, मुधोल हाउंड नस्ल की डॉग, ने ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट 2024 में 116 विदेशी नस्लों को पछाड़ते हुए चैंपियनशिप का खिताब जीता। बीएसएफ के प्रशिक्षकों ने ‘ट्रेन द ट्रेनर’ मॉडल अपनाकर वैज्ञानिक तरीके से उसे प्रशिक्षित किया।

कठिन परीक्षणों को पार किया
बीएसएफ अकादमी के एडीजी और निदेशक डॉ. शमशेर सिंह ने बताया कि रिया ने गौरव हासिल करने से पहले दो कठिन परीक्षण चरणों को पार किया। यह उसकी मेहनत, दृढ़ता और प्रशिक्षकों की लगन का प्रमाण है। डॉ. सिंह ने कहा कि भारतीय सभ्यता और इतिहास में हमेशा से स्वदेशी नस्लों को महत्व मिला है, लेकिन ब्रिटिश शासन में इन्हें नजरअंदाज किया गया। अब बीएसएफ अकादमी ने आधुनिक तकनीक और अनुसंधान के जरिए इन नस्लों की प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित किया है।