भोपाल, 21 मार्च (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने मंगलवार को सदन को बताया कि राज्य में कम से कम 190 पुलिसकर्मी दुष्कर्म के आरोप का सामना कर रहे हैं। मंत्री ने बताया कि दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले ग्वालियर-चंबल अंचल में दर्ज हुए हैं।
मिश्रा ने सदन को आगे बताया कि ग्वालियर जिला सूची में शीर्ष पर था, क्योंकि कम से कम 64 पुलिसकर्मियों पर कथित दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज किया गया था, जबकि 28 पुलिसकर्मी मुरैना जिले में कथित दुष्कर्म के आरोपों का सामना कर रहे थे।
राज्य की राजधानी भोपाल में दुष्कर्म के आरोप में 15 और जबलपुर जिले में छह पर मामला दर्ज किया गया था। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ये मामले पिछले 12 वर्षो में दर्ज किए गए थे और कई मामलों में पुलिस को बरी कर दिया गया था, क्योंकि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप फर्जी पाए गए थे।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के एक सवाल का जवाब देते हुए गृहमंत्री ने यह खुलासा किया। उन्होंने दुष्कर्म के आरोप का सामना कर रहे पुलिसकर्मियों की संख्या, मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा की गई मुठभेड़ों की संख्या और पुलिस हिरासत में मारे गए लोगों का आंकड़ा मांगा।
जवाब में मध्य प्रदेश विधानसभा में संसदीय मामलों के मंत्री मिश्रा ने बताया कि 2010 से 2022 के बीच 45 मुठभेड़ों की सूचना मिली थी। उन्होंने सदन को आगे बताया कि ग्वालियर जिले में कुल 42 मुठभेड़ें हुईं।
इसी अवधि में (2010 से 2022 तक) पुलिस हिरासत में 13 लोगों की मौत हुई, जबकि प्रदेश की विभिन्न जेलों में 31 लोगों की मौत आत्महत्या से हुई।