CBSE 10वीं बोर्ड 2026 से साल में दो बार, सप्लीमेंट्री होगी खत्म
By : dineshakula, Last Updated : June 25, 2025 | 4:57 pm
नई दिल्ली: CBSE यानि सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने बड़ा फैसला लिया है। 2026 से 10वीं बोर्ड की परीक्षा साल में दो बार कराई जाएगी। पहली परीक्षा फरवरी में सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगी, जबकि दूसरी परीक्षा मई में होगी जो ऑप्शनल रहेगी। यह नई व्यवस्था 2025-26 सत्र से लागू होगी। परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने इसकी पुष्टि की है।
बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि छात्र तीन विकल्पों में से कोई भी चुन सकते हैं:
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सिर्फ पहली परीक्षा दें।
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दोनों परीक्षाओं में शामिल हों।
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यदि पहली परीक्षा में किसी विषय में कम अंक आए हों तो उसी विषय की दूसरी परीक्षा दें।
इन दोनों में से जिस परीक्षा में अंक बेहतर होंगे, वही फाइनल माने जाएंगे। यदि दूसरी बार अंक कम आए, तो पहली परीक्षा के अंक ही मान्य होंगे।
इस नई प्रणाली के बाद 10वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है।
नई परीक्षा प्रणाली की 3 अहम बातें:
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छात्रों को साइंस, मैथ्स, सोशल साइंस और लैंग्वेजेस में से किसी भी 3 विषयों में अपनी परफॉर्मेंस सुधारने का अवसर मिलेगा।
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विंटर बाउंड स्कूलों के छात्रों को दोनों परीक्षाओं में से किसी एक में बैठने की छूट दी जाएगी।
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अगर कोई छात्र पहली परीक्षा में तीन या अधिक विषयों में शामिल नहीं हुआ, तो वह दूसरी परीक्षा देने का पात्र नहीं होगा।
प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट परीक्षाएं पहले की तरह दिसंबर-जनवरी में ही कराई जाएंगी। परीक्षा सेंटर भी दोनों परीक्षाओं के लिए एक ही रहेगा। रजिस्ट्रेशन एक बार ही करना होगा, लेकिन अगर छात्र दोनों परीक्षाओं का विकल्प चुनते हैं, तो फीस एक साथ ली जाएगी।
यह कदम JEE जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर लिया गया है, जिससे छात्रों को साल में दो बार परीक्षा देने और अपनी परफॉर्मेंस सुधारने का अवसर मिलेगा।