हाथरस, 2 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने हाथरस हादसे (Hathras accident) का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों को दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री की ओर से भी मृतकों के परिजनों को दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया गया है। उधर, कल (बुधवार) सीएम योगी आदित्यनाथ घटनास्थल पर जाएंगे। उन्होंने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है और अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि बाबा भोलेनाथ की सभा में 50 हजार से भी अधिक लोग शामिल हुए थे। इस दौरान भगदड़ के बीच बड़ी संख्या में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। बाबा को प्रशासन की ओर से सभा का आयोजन करने की मंजूरी मिल गई थी। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर जब बाबा को इतनी बड़ी संख्या में लोगों को एकत्रित करने की मंजूरी दी गई, तो उनके बैठने और निकासी की व्यवस्था क्यों नहीं की गई। बताया जा रहा है कि अलग-अलग राज्यों से लोग सभा में शामिल हुए थे। हादसे से चौतरफा मातम पसर गया।
उधर, इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संसद में भाषण के बीच हाथरस हादसे पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने सभी पीड़ितों को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने सदन को भरोसा दिलाया है कि हर कीमत पर सभी पीड़ितों की मदद की जाएगी। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
बताया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से सभा आयोजित करने की मंजूरी बाबा को मिली थी, लेकिन यह बात स्पष्ट नहीं की गई थी कि सभा में कितने लोग शिरकत करेंगे? सभा में सुरक्षा के लिहाज से 40 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, लेकिन वहां न ही कोई एंबुलेंस थी और ना ही फायर ब्रिगेड़ की कोई गाड़ी। आम तौर पर जब इस तरह का कार्यक्रम का आयोजन होता है, तो प्रशासन की ओर से हर प्रकार की आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तैयारी की जाती है, लेकिन यहां ऐसी कोई भी तैयारी नहीं की गई। डीएम ने लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।