‘केजरीवाल ने इंसुलिन का मुद्दा नहीं उठाया और न ही एम्स के डॉक्टर ने इसका सुझाव दिया’

By : hashtagu, Last Updated : April 22, 2024 | 12:28 pm

नई दिल्ली, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। तिहाड़ जेल (Tihar Jail) प्रशासन ने जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एम्स के एक वरिष्ठ विशेषज्ञ के बीच एक वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित किया है, जिसमें इंसुलिन का मुद्दा न तो केजरीवाल ने उठाया और न ही चिकित्सा विशेषज्ञों ने इसकी सिफारिश की। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल के अनुरोध पर शनिवार को आयोजित यह परामर्श 40 मिनट तक चला।

सूत्रों ने कहा, “कल, एम्स के उपयुक्त वरिष्ठ विशेषज्ञों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से जेल में अरविंद केजरीवाल को परामर्श प्रदान किया। 40 मिनट की गहन चर्चा के बाद, केजरीवाल को आश्वासन दिया गया कि कोई गंभीर चिंता नहीं है। उन्हें निर्धारित दवाएं जारी रखने की सलाह दी गई जिसकी नियमित रूप से मूल्यांकन और समीक्षा की जाएगी।”

एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञ ने केजरीवाल के सतत ग्लूकोज मॉनिटरिंग (सीजीएम) सेंसर रीडिंग का पूरा रिकॉर्ड, साथ ही उनके आहार और दवा का विवरण मांगा था जो उन्हें मुहैया कराया गया।

सूत्रों ने कहा, “न तो केजरीवाल ने इंसुलिन का मुद्दा उठाया और न ही डॉक्टरों ने इंसुलिन का सुझाव दिया।”

इससे पहले, तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को सौंपी एक रिपोर्ट में बताया था कि केजरीवाल केवल मेटफोर्मिन नामक एक बुनियादी मधुमेह की दवा ले रहे हैं। वह पहले इंसुलिन लेते थे, लेकिन हैदराबाद के एक डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने कई महीने पहले इंसुलिन लेना बंद कर दिया था।

रिपोर्ट में राष्ट्रीय राजधानी के आरएमएल अस्पताल के मेडिकल रिकॉर्ड का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि केजरीवाल को न तो किसी इंसुलिन की सलाह दी गई है और न ही उनके मामले में इंसुलिन की कोई आवश्यकता बताई गई है। साथ ही यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री मधुमेह की ओरल दवा ले रहे हैं।

कथित आबकारी नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 21 मार्च को गिरफ्तार किए गए केजरीवाल जेल नंबर 2 में बंद हैं। वह 23 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं।