रांची, 28 अप्रैल | झारखंड (Jharkhand) के कोल्हान प्रमंडल के सारंडा में माओवादी नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में शुक्रवार को एक निर्दोष महिला गांगी सुरीन की जान चली गयी। वह गोइलकेरा थाना क्षेत्र के पाताहातू की रहनेवाली थी। नक्सलियों ने कोल्हान प्रमंडल के जंगल से सटे तमाम इलाकों में बारूदी सुरंगें बिछा रखी हैं। इस साल अब तक यहां सात ग्रामीण माओवादियों के लगाए आईईडी बम की चपेट में आने से मारे गये हैं। तीन महीनों में बारूदी सुरंग विस्फोट की तकरीबन एक दर्जन वारदात अंजाम दी गई है और इसकी चपेट में डेढ़ साल से ज्यादा सुरक्षा बल के जवान भी घायल हैं।
शुक्रवार की घटना के बारे में बताया गया कि वह गोइलकेरा थाना और मुफस्सिल थाने के बार्डर पर स्थित मारादीरी जंगल जंगल में लकड़ी लाने जा रही थी। इसी दौरान वह नक्सलियों के लगाये गये आईईडी की चपेट में आ गयी । एक जोरदार धमाका हुआ और मौके पर ही उसके चिथड़े हो गए।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पुलिस पूरी सतर्कता बरतते हुए सीआरपीएफ के जवानों के साथ रवाना होगी। गौरतलब है कि झारखंड के गुमला स्थित चैनपुर और बिशुनपुर के जंगलों में भी एक महीने में कई आईईडी ब्लास्ट हुए हैं। हाल में आईईडी ब्लास्ट से एक ग्रामीण महेंद्र महतो का पैर उड़ गया था, इसके बाद से वह अपाहिज होकर बैठा है। वहीं, जंगल में नक्सलियों को खोजने गये दो पुलिस के जवान भी घायल हो चुके हैं। जंगल में भोजन की तलाश में जानेवाले दर्जनों पशु भी आईईडी की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं।(आईएएनएस)