दिल्ली में ‘स्टालिन’ के सम्मेलन में होगा ‘विपक्ष’ के नेताओं का जमावड़ा

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (Chief Minister MK Stalin) सोमवार को दिल्ली में एक सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे,

  • Written By:
  • Updated On - April 2, 2023 / 12:46 PM IST

नई दिल्ली, 2 अप्रैल (आईएएनएस)| तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (Chief Minister MK Stalin) सोमवार को दिल्ली में एक सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें कई विपक्षी दलों को आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में ‘सामाजिक न्याय: आगे की राह’ पर चर्चा होगी, जिसका आयोजन 2022 में स्टालिन द्वारा स्थापित अखिल भारतीय सामाजिक न्याय मंच (All India Social Justice Forum) द्वारा किया जा रहा है।

डीएमके सूत्रों ने कहा कि सम्मेलन में लगभग 20 दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। आमंत्रित लोगों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शामिल हैं।

कार्यक्रम फिजिकल और ऑनलाइन दोनों मोड में होगा। सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर पर जातिगत जनगणना को आगे बढ़ाने और मांग करने की संभावना है, जो विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच विवाद का एक कारण है।

मुख्यमंत्रियों के अलावा, बीआरएस, तृणमूल कांग्रेस, आप और एनसीपी सहित कई राजनीतिक दलों ने अपने प्रतिनिधियों को बैठक में भेजने पर सहमति व्यक्त की है।

हालांकि, डीएमके सूत्रों ने कहा कि यह एक आम मुद्दे पर लोगों को एकजुट करने का एक गैर-राजनीतिक मंच होगा। हाल ही में डीएमके ने राहुल गांधी की सजा के खिलाफ कड़ा बयान जारी किया था और अदानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग करने में सबसे आगे रही है।

यह देखते हुए कि आपराधिक मानहानि मामले में फैसला निचली अदालत द्वारा दिया गया है, स्टालिन ने कहा कि उच्च न्यायालय में अपील बाकी है और राहुल गांधी को अयोग्य ठहराने के लिए की गई जल्दबाजी पर सवाल उठाया।

स्टालिन ने कहा, केवल सुप्रीम कोर्ट को ही अंतिम फैसला सुनाना चाहिए। ऐसा लगता है कि जिला अदालत के फैसले के एक दिन के भीतर राहुल गांधी को अयोग्य घोषित करने के लिए भाजपा अवसर का इंतजार कर रही थी।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह से सामने आए घटनाक्रमों को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला।