नई दिल्ली, 30 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम चरण (7th and final phase of Lok Sabha elections) के तहत शनिवार 1 जून को 8 राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों की 57 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। इन सीटों पर चुनाव प्रचार के आखिरी दिन, चुनाव प्रचार अभियान की समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) अपनी तीन दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर ध्यान लगाने के लिए कन्याकुमारी (Kanyakumari) पहुंच गए हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए देश भर में पिछले 75 दिनों के दौरान 206 चुनावी रैलियां, रोड शो एवं चुनाव से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों और 80 से ज्यादा मीडिया साक्षात्कार देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से कन्याकुमारी के उसी प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल (विवेकानंद शिला पर) पर एक जून तक ध्यान लगाएंगे, जहां पर स्वामी विवेकानंद ने तीन दिनों तक तपस्या करते हुए विकसित भारत का सपना देखा था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह वही स्थान है जहां देवी पार्वती ने एक पैर पर खड़े होकर भगवान शिव की प्रतीक्षा की थी। यह भारत का सबसे दक्षिणी छोर है, जहां पर पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट आपस में मिलते हैं। यह क्षेत्र हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का मिलन स्थल भी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी पहुंचकर सबसे पहले मां भगवती अम्मन मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद वह विवेकानंद रॉक मेमोरियल (विवेकानंद शिला पर) जाएंगे जहां पर ध्यान मंडपम में वह एक जून तक मेडिटेशन करेंगे अर्थात ध्यान लगाएंगे। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल में लगभग 45 घंटे तक रहेंगे और एक जून की शाम को वह दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं। एक जून की शाम को रवाना होने से पहले वह तमिल कवि तिरुवल्लुवर की 133 फीट ऊंची प्रतिमा भी देखने जाएंगे।
लोकसभा चुनाव की समाप्ति के बाद भी पीएम मोदी की यह कन्याकुमारी यात्रा एक तरफ जहां तमिलनाडु के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता एवं प्रेम को व्यक्त करता है, वहीं इससे यह भी पता लगता है कि विकसित भारत और 2047 के अपने संकल्प को लेकर वह कितने गंभीर और प्रतिबद्ध है। वह कन्याकुमारी में ध्यान लगाकर देशवासियों को राष्ट्रीय एकता का संदेश भी देना चाहते हैं।
हालांकि, यह कोई पहला मौका नहीं है, जब पीएम मोदी चुनाव प्रचार अभियान के अंत के बाद किसी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हो। पीएम मोदी इससे पहले भी इस तरह की विशेष आध्यात्मिक यात्राओं पर जाते रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2019 में पीएम मोदी ने देवभूमि उत्तराखंड के केदारनाथ जाकर गुफा में ध्यान किया था और वर्ष 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ का दौरा किया था।