मरने के बाद भी ज़हर! भारतीय सांप मौत के घंटों बाद तक काट सकते हैं – नई रिसर्च का खुलासा

By : hashtagu, Last Updated : August 21, 2025 | 6:00 am

गुवाहाटी |: एक नई वैज्ञानिक रिसर्च ने हैरान कर देने वाला सच उजागर किया है। भारत में पाए जाने वाले कुछ जानलेवा सांप, जैसे कि मोनोकल कोबरा (Naja kaouthia) और ब्लैक करैत (Bungarus lividus), मरने के कई घंटे बाद भी ज़हर छोड़ सकते हैं। इससे पहले यह क्षमता सिर्फ रैटलस्नेक और स्पिटिंग कोबरा जैसी कुछ प्रजातियों तक ही सीमित मानी जाती थी।

यह शोध असम के नमरूप कॉलेज की सुश्मिता ठाकुर और उनकी टीम ने किया, जिसे जर्नल Frontiers in Tropical Disease में प्रकाशित किया गया है।

पहला केस: मरे हुए सांप ने काटा मालिक को

एक 45 वर्षीय व्यक्ति ने अपने घर में मुर्गियों पर हमला कर रहे सांप को मार डाला और उसका सिर काट दिया। लेकिन जब वह सांप के शरीर को फेंकने लगा, तो कटा हुआ सिर उसके अंगूठे में धंस गया। कुछ ही देर में अंगूठे से लेकर कंधे तक तेज दर्द, काले पड़ते घाव, और उल्टी जैसी गंभीर लक्षण सामने आए।
डॉक्टरों ने तस्वीर देखकर पहचान की कि यह मोनोकल कोबरा था। मरीज को एंटीवेनम और दर्द निवारक दिया गया। 20 दिन के इलाज के बाद वह ठीक हुआ।

 दूसरा केस: ट्रैक्टर से कुचला कोबरा फिर भी जिंदा निकला

एक किसान ने धान के खेत में गलती से एक कोबरा को ट्रैक्टर से कुचल दिया। लेकिन जब वह नीचे उतरा, तो मरा हुआ सांप उसके पैर में काट गया। अस्पताल में उसे सूजन, दर्द और उल्टी की शिकायत रही।
सांप कुचले जाने के कई घंटे बाद भी ज़हर छोड़ने में सक्षम था। मरीज को लंबा इलाज और एंटीवेनम की जरूरत पड़ी।

तीसरा केस: मरे हुए करैत की काट से पैरालिसिस

एक ब्लैक करैत को मारकर घर के बाहर फेंक दिया गया था। कुछ घंटे बाद एक पड़ोसी ने सांप का सिर उठाया, और उसी दौरान सांप ने काट लिया।
कुछ ही घंटों में पलकों का झुकना और निगलने में परेशानी जैसे न्यूरोटॉक्सिक लक्षण दिखने लगे। 20 वायल एंटीवेनम के बावजूद हालत गंभीर बनी रही और मरीज अस्थायी रूप से लकवाग्रस्त हो गया।
43 घंटे के वेंटिलेटर सपोर्ट के बाद उसकी स्थिति सुधरी और 6 दिन बाद वह पूरी तरह ठीक होकर घर गया।

 क्यों होता है ऐसा?

वैज्ञानिकों का कहना है कि सांपों के ज़हर छोड़ने वाले तंत्र की संरचना इतनी विशेष होती है कि मौत के बाद भी, खासकर काटे गए सिर को छूने या दबाने पर, ज़हर बाहर निकल सकता है।
ज़हर ग्रंथी, जो कि फैंग (दांत) से जुड़ी होती है, मरने के बाद भी सक्रिय रह सकती है। इसलिए सांपों के शव या सिर को छूना भी जानलेवा साबित हो सकता है।

सावधानी बेहद जरूरी

  • मरे हुए सांप को कभी भी खाली हाथ न छुएं

  • सांप के सिर को खास सावधानी से नष्ट करें

  • सांप को मारने के बाद भी उसे जिंदा मानकर ही ट्रीट करें

  • किसी भी काटने की घटना में तुरंत अस्पताल ले जाएं और डॉक्टर को सांप की पहचान बताएं