कोलकाता, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। कोलकाता की एक विशेष पीएमएलए अदालत ने सोमवार को निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां (Trinamool Congress leader Sheikh Shahjahan) को 13 अप्रैल तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत (ED custody) में भेज दिया।
शाहजहां को आज एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया, जहां ईडी के वकील ने पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण मामले में उसकी संलिप्तता सहित मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित कई मामलों में पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लेने की दलील दी।
ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि राशन वितरण मामले में शामिल होने के अलावा, आरोपी वस्तुतः उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में एक भूमि सिंडिकेट चलाता था, जिससे इलाके के आम लोग पीड़ित हैं।
केंद्रीय एजेंसी के वकील के अनुसार, खेतों में खारा पानी बहाकर उन्हें जबरन मछलीपालन फार्मों में बदल दिया गया और अपराध की आय को झींगा और झींगा निर्यात करने के व्यवसाय में निवेश किया गया, जो शाहजहां की बेटी शेख सबीना के नाम पर था।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने शाहजहां को शनिवार को बशीरहाट सब-जेल से हिरासत में लिया था।
शाहजहां को सोमवार को जब अदालत में पेश किया जा रहा था, वहां प्रैक्टिस करने वाले वकीलों के एक वर्ग ने उसके लिए मौत की सजा तथा अन्य अनुकरणीय सजा की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
इस बीच, 5 जनवरी को संदेशखाली में ईडी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) टीमों पर हमले के सिलसिले में राज्य पुलिस द्वारा पहले गिरफ्तार किए गए और फिर सीबीआई को सौंपे गए सात व्यक्तियों में से तीन ने सोमवार को बशीरहाट सब-डिविजनल कोर्ट के समक्ष बंद कमरे में बयान दिए।
सभी सात आरोपियों ने दावा किया है कि राज्य पुलिस हमले के पीछे के वास्तविक दोषियों को बचाने के लिए उन्हें झूठा फंसा रही है।
यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी बिहार के बूथ कमेटी अध्यक्ष और पन्ना प्रमुखों को ‘मिशन 400 पार’ की देंगे टिप्स