नई दिल्ली, 19 मई (आईएएनएस)| कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (new chief minister siddaramaiah) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे। वे शनिवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह (Oath taking ceremony) के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलने और उन्हें आमंत्रित करने वाले हैं। सिद्दारमैया और शिवकुमार दोनों शुक्रवार दोपहर राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे।
निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्दारमैया एक होटल में गए, जबकि शिवकुमार अपने भाई और पार्टी सांसद डी.के. सुरेश के आवास पर गए। मीडिया से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य सहित सभी वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित करने के लिए यहां आए हैं। उन सभी ने अपना पसीना बहाया है और उचित दिशा दी है। मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करना चाहता था।
उन्होंने कहा कि बाद में हम कैबिनेट गठन पर चर्चा करेंगे। यह पूछे जाने पर कि शपथ ग्रहण समारोह में किसे आमंत्रित किया गया है, शिवकुमार ने कहा, हमने खड़गेजी से इसका ध्यान रखने को कहा है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस की ओर से पांच गारंटी दी गई थी और मैं चाहता हूं कि पार्टी अध्यक्ष खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लोगों के लिए गारंटी की घोषणा की जाए। राहुल गांधी ने आकर गारंटी दी थी। यहां तक कि प्रियंका गांधी ने भी आकर ‘गृह लक्ष्मी’ तथा अन्य गारंटी दी थी। इसलिए मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि पहली कैबिनेट में सभी गारंटी को मंजूरी दे दी जाए।
दोनों का बाद में खड़गे से मिलने का कार्यक्रम है, ताकि नए राज्य मंत्रिमंडल पर चर्चा की जा सके और उन्हें शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया जा सके। दोनों नेता समारोह में आमंत्रित करने के लिए पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से भी मुलाकात करेंगे।
इस बीच पार्टी सूत्रों ने यहां संकेत दिया कि यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, जो हिमाचल प्रदेश के शिमला में हैं, शनिवार को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगी। पिछले तीन दिनों में शीर्ष पद के लिए एक के बाद एक बैठकों की श्रंखला के बाद गुरुवार को कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस खत्म होने के बाद दोनों नेता उसी दिन बेंगलुरु लौट गए थे। बेंगलुरु में उन्होंने कांग्रेस विधायक दल से बैठक की और सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल थावरचंद गहलोत से भी मुलाकात की। कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा की 224 में से 135 सीटें जीतीं जबकि सत्तारूढ़ भाजपा 66 सीटों पर सिमट गई। जद (एस) राज्य में केवल 19 सीटें जीतने में सफल रही।
यह भी पढ़ें : कर्नाटक के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में एक लाख से अधिक लोग होंगे शामिल