नई दिल्ली, 17 मार्च (आईएएनएस)| दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Former Deputy Chief Minister Manish Sisodia) के परिवार को आधिकारिक बंगला खाली (Bungalow vacant) करने के लिए पांच दिन का समय दिया गया है, क्योंकि उनका मथुरा रोड स्थित आवास नई दिल्ली की मंत्री आतिशी को आवंटित किया गया है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने एक आदेश में कहा कि दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को मथुरा रोड पर स्थित बंगला नंबर एबी-17 की पेशकश करते हुए खुशी हो रही है। पीडब्ल्यूडी ने अपने आदेश में 21 मार्च या उससे पहले बंगला खाली करने को कहा है।
आदेश के अनुसार, दिल्ली प्रशासन सरकारी आवास आवंटन (सामान्य पूल) नियम, 1977 के प्रावधानों के अनुरूप निर्देश जारी किए गए थे, जो इस तरह के आवंटन को नियंत्रित करता है। नियमों के अनुसार, आवंटी को नये मकान का कब्जा लेने के 15 दिनों के भीतर पहले से आवंटित घर को खाली करना होगा। आबंटिती को अपने पिछले आवास से संबंधित लाइसेंस शुल्क/जल शुल्क की वसूली के लिए संबंधित डीडीओ से एक निकसी प्रमाण पत्र भी जमा करना जरूरी है।
आदेश के बारे में बात करते हुए आप सांसद संजय सिंह ने कहा, आतिशी मंत्री हैं और बंगला उनके नाम पर आवंटित किया गया है, इसमें गलत क्या है? मनीष सिसोदिया हमारे भाई हैं, उनका परिवार हमारा परिवार है, हम उनकी देखभाल करेंगे। भाजपा सिसोदिया के साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार कर रही है, पार्टी को खेल नहीं खेलना चाहिए।
इस बीच, बीजेपी के आईटी प्रभारी अमित मालवीय ने कहा, सीएम केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया और उनके परिवार की देखभाल करने का वादा किया था। लेकिन उन्हें तुरंत ही मंत्री पद से हटा दिया गया, जबकि सत्येंद्र जैन को नौ महीने तक मंत्री पद पर रखा गया था जब वह जेल में थे। अब। सिसोदिया को बंगला खाली करने के लिए कहा गया है ताकि इसे आतिशी को आवंटित किया जा सके।