PM मोदी की मां पर टिप्पणी बना चुनावी हथियार, राहुल की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर भारी पड़ा विवाद?

By : dineshakula, Last Updated : September 3, 2025 | 11:25 am

नई दिल्ली/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections) से पहले राज्य की राजनीति में एक नया तूफान खड़ा हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस और राजद को घेरा है।

बीजेपी इस मामले को पूरी आक्रामकता से उठा रही है। पीएम मोदी के बयान— “मां के अपमान के लिए मैं राजद-कांग्रेस को क्षमा कर सकता हूं, बिहार की जनता कभी नहीं करेगी”— के बाद एनडीए ने इसे भावनात्मक जन-आक्रोश में बदलने की रणनीति अपनाई है। महिला मोर्चा ने 4 सितंबर को बिहार बंद का ऐलान किया है, जो सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेगा।

राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर पड़ा विवाद का असर?

राहुल गांधी ने हाल ही में बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के जरिए चुनावी जमीन तैयार करने की कोशिश की थी। यात्रा के दौरान उन्होंने मतदाता सूची में गड़बड़ी, युवाओं की भागीदारी और चुनावी पारदर्शिता जैसे मुद्दों पर जनता को संबोधित किया था।

इस अभियान को लेकर युवाओं और समर्थकों में खासा उत्साह भी दिखा, लेकिन दरभंगा की एक चुनावी सभा में राजद-कांग्रेस मंच से पीएम मोदी और उनकी मां पर की गई विवादित टिप्पणी ने कांग्रेस की मेहनत पर सवालिया निशान लगा दिया है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा राहुल के पूरे प्रचार अभियान को कमजोर कर सकता है, खासकर जब बीजेपी इसे सुनियोजित ढंग से चुनावी एजेंडा बना रही है।

बीजेपी की रणनीति तय करने को कोर कमेटी की बैठक

बीजेपी की कोर कमेटी बैठक आज हो रही है, जिसमें इस मुद्दे को लेकर आगामी रणनीति पर चर्चा होगी। बैठक में बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, पूर्व स्पीकर विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय शामिल होंगे।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बिहार में बीजेपी को हाल ही में मिली एक आंतरिक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर सीटों का वर्गीकरण और टिकट बंटवारे की रणनीति भी बैठक में बनाई जा सकती है। साथ ही यह तय किया जाएगा कि यह भावनात्मक मुद्दा किस तरह से चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाए।

कांग्रेस की सफाई और बीजेपी की बढ़ती आक्रामकता

राहुल गांधी ने इस विवाद पर सफाई देते हुए कहा था कि वह किसी की मां का अपमान नहीं करते और ऐसी टिप्पणियों से खुद को अलग रखते हैं। लेकिन बीजेपी का हमला थमने का नाम नहीं ले रहा।

पार्टी इस मुद्दे को संवेदनात्मक लहर में बदलकर, महागठबंधन को घेरने में जुटी है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह मुद्दा यदि लंबे समय तक गरमाया रहा, तो कांग्रेस की चुनावी रणनीति को गंभीर नुकसान हो सकता है।