हैदराबाद, 17 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने रविवार को आगे की चुनौतियों पर जोर दिया और कहा कि ये लोकतंत्र के अस्तित्व की चिंता हैं और हमारा लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना (Defeat BJP) होना चाहिए जब महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के 100 साल पूरे हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को सबसे उचित श्रद्धांजलि 2024 में भाजपा को सत्ता से बाहर करना होगा। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की यहां हो रही बैठक के दूसरे दिन खड़गे ने कहा, “हम सभी आगे आने वाली चुनौतियों से अवगत हैं। ये चुनौतियां सिर्फ कांग्रेस की नहीं हैं, बल्कि ये भारतीय लोकतंत्र के अस्तित्व और भारतीय संविधान के संरक्षण की चिंता को लेकर हैं।”
उन्होंने कहा कि यह सरकार ऐसे कदम उठाने के लिए जानी जाती है जिसका कोई मतलब नहीं होता। कांग्रेस नेता ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कांग्रेस ने ही संविधान की नींव रखी थी, और “इस प्रकार संविधान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है” और हमें अपनी आखिरी सांस तक लड़ना होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से पहले, इस साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। इसलिए पार्टी को इन सभी राज्यों और जम्मू-कश्मीर में संभावित विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयार रहना चाहिए। खड़गे ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोनों राज्य सरकारों ने सामाजिक न्याय और कल्याणवाद का एक नया मॉडल पेश किया है।
उन्होंने पार्टी नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि यह हमारे लिए आराम करने का समय नहीं है। उन्होंने कहा, “भाजपा शासन के तहत पिछले 10 वर्षों में, आम लोगों के सामने चुनौतियां कई गुना बढ़ गई हैं। प्रधान मंत्री (नरेंद्र मोदी) गरीबों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं की चिंताओं को संबोधित करने से इनकार करते हैं और इसकी बजाय, वह खुद से परे नहीं देख सकते हैं “ऐसे हालात में हम मूकदर्शक बने नहीं रह सकते। हमें अपने लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होकर इस तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकना होगा।”
उन्होंने कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में पार्टी की जीत पर भी प्रकाश डाला और कहा कि लोग एक विकल्प की तलाश में हैं और दोनों राज्यों के विधानसभा चुनावों में हमारी जीत इसका स्पष्ट प्रमाण है।
उन्होंने संगठनात्मक एकता पर जोर देते हुए कहा कि यह सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “केवल एकता और अनुशासन के जरिए ही हम अपने विरोधियों को हरा सकते हैं। यह कर्नाटक में स्पष्ट था, जहां हम एकजुट रहे और सफलता हासिल करने के लिए अनुशासन के साथ संघर्ष किया।” उन्होंने कहा कि तेलंगाना से हम नई ताकत और स्पष्ट संदेश के साथ जाएंगे। उन्होंने कहा, “हम न केवल तेलंगाना में बल्कि आने वाले सभी चुनावों में जीत हासिल करने और लोगों को भाजपा के कुशासन के दु:खों से राहत दिलाने की दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ आज हैदराबाद छोड़ रहे हैं।”
दो दिवसीय सीडब्ल्यूसी कांग्रेस अध्यक्ष की अध्यक्षता में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पी चिदंबरम, अंबिका सोनी, सलमान खुर्शीद, आनंद शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति में आयोजित की जा रही है।
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