गुजरात चुनाव में मतदान की तारीखों के नजदीक आते ही भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. ताजा मामला सूरत पूर्व से AAP उम्मीदवार कंचन जरीवाला के नामांकन वापस लेने से जुड़ा है. इस मामले में अब AAP सांसद राघव चड्ढ़ा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने नेशनल मीडिया से बातचीत में कहा कि कंचन जरीवाला ने नामांकन वापस नहीं लिया है बल्कि बंदूक की नोक पर उनसे ऐसा करवाया गया है.
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि कंचन जरीवाला दो साल पहले AAP में शामिल हुए थे. बीते दो साल में उन्होंने पार्टी के लिए दिन रात एक करके काम किया. उनकी मेहनत को देखते हुए ही पार्टी ने उन्हें इस चुनाव में सूरत पूर्व से उम्मीदवार बनाया था. हमने 14 नवंबर को उनके नाम की घोषणा की और 15 नवंबर को बीजेपी ने उनके नाम पर आपत्ति जताई और उन्हें अपना नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया.
बीजेपी के लोग इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने कंचन को अपने गुंडों द्वारा अगवा करवाया. मैं अपनी टीम के साथ पूरी रात उन्हें ढूंढ़ते रहे. बाद में पता चला कि उनके साथ धक्का-मुक्की की गई है और दबाव बनाया गया है कि वो अपना नामांकन वापस ले लें.