रांची, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड (Jharkhand) में विधानसभा चुनाव के रणक्षेत्र में इस बार भी महिला प्रत्याशियों का दम दिखेगा। अब तक जो तस्वीर सामने आ रही है, उसमें राज्य की 81 में से तकरीबन 30 सीटों पर संभावित महिला प्रत्याशी मुख्य मुकाबले में जगह बना सकती हैं।
वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में झारखंड के इतिहास में सबसे ज्यादा 127 महिलाएं चुनाव मैदान में उतरी थी। इनमें से 10 ने जीत का परचम फहराया था। 10 महिला प्रत्याशी दूसरे और 8 तीसरे स्थान पर रही थी।
बाद में हुए उपचुनाव में दो अन्य महिला प्रत्याशी जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंची। इस तरह मौजूदा विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या 12 पहुंच गई। इस बार भी विभिन्न सीटों पर संभावित महिला प्रत्याशी अलग-अलग पार्टियों में टिकट की दावेदारी और चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं।
राज्य की मौजूदा महिला विधायकों की बात करें तो कांग्रेस की तरफ से महगामा सीट पर दीपिका पांडेय सिंह, झरिया में पूर्णिमा नीरज सिंह, बड़कागांव सीट पर अंबा प्रसाद का फिर से उतरना तय माना जा रहा है। झामुमो की कल्पना सोरेन हाल में गांडेय सीट पर उपचुनाव में जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंची थी और वह फिर से इसी सीट पर मैदान में होंगी। डुमरी सीट पर भी झामुमो मौजूदा विधायक बेबी देवी को रिपीट कर सकता है।
राज्य में भाजपा की तीन महिला विधायक हैं- कोडरमा सीट से नीरा यादव, निरसा से अपर्णा सेन गुप्ता और छतरपुर सीट से पुष्पा देवी। ये तीनों फिर से उम्मीदवारी की दावेदारी कर रही हैं। नीरा यादव लगातार दो बार विधायक रह चुकी हैं। पिछली बार जामा विधानसभा से झामुमो के टिकट पर विधायक चुनी गईं सीता सोरेन अब भाजपा में हैं।
संभावना जताई जा रही है कि भाजपा उन्हें इस बार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट के बजाय जामताड़ा या संथाल परगना प्रमंडल की किसी सामान्य सीट से उतारेगी। उनकी परंपरागत जामा सीट पर भाजपा इस बार सीता सोरेन की पुत्री जयश्री सोरेन को उतार सकती है।
रामगढ़ सीट से आजसू पार्टी की विधायक सुनीता देवी का फिर से मैदान में आना तय माना जा रहा है। ईचागढ़ सीट पर झामुमो की विधायक सविता महतो भी फिर से मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी हैं। वैसे इस सीट पर उनकी बेटी की भी उम्मीदवारी की चर्चा हो रही है। दुमका सीट पर भाजपा की लुईस मरांडी पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रही थीं। उन्हें इस बार फिर से मैदान में उतारा जाना तय माना जा रहा है। वह पूर्व की भाजपा सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं।
इसी तरह झरिया सीट पर पिछली बार दूसरे नंबर पर रहीं भाजपा की रागिनी सिंह की उम्मीदवारी तय मानी जा रही है। पोटका सीट पर पिछली बार भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव हारकर दूसरे नंबर पर रहीं मेनका सरदार इस बार फिर से टिकट की प्रबल दावेदार हैं। पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा पहली बार चुनाव मैदान में उतर सकती हैं। उनका नाम खरसावां सीट से उम्मीदवारी के लिए प्रस्तावित पैनल में शामिल है।
पिछले चुनाव में जमुआ सीट पर दूसरे नंबर पर रहीं कांग्रेस की मंजू देवी, गोमिया सीट पर झामुमो की बबीता देवी, बोकारो सीट पर कांग्रेस की श्वेता सिंह, रांची सीट पर झामुमो की महुआ माजी भी चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रही हैं। एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग में डुमरी सीट अगर आजसू के खाते में आई तो वह यशोदा देवी को मैदान में उतार सकती है। पिछले चुनाव में वह यहां दूसरे नंबर पर रही थी।
इनके अलावा पिछले चुनाव में कोलेबिरा सीट पर तीसरे नंबर पर रहीं झारखंड पार्टी की आइरीन एक्का, भवनाथपुर सीट पर दूसरे नंबर पर रहीं बसपा की सोगरा बीबी, लोहरदगा में तीसरे नंबर पर रहीं आजसू पार्टी की नीरू शांति भगत भी मैदान में दिख सकती हैं।