दानी गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल : ‘मिशन चंद्रयान’ पर कल PPT प्रदर्शन! छात्र जानेंगे ‘Space Technology’

22 अगस्त मंगलवार को शासकीय दानी गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल (Government Dani Girls Higher Secondary School) में दोपहर 3.00 बजे से पं. रविशंकर..

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  • Updated On - August 21, 2023 / 08:23 PM IST

रायपुर। 22 अगस्त मंगलवार को शासकीय दानी गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल (Government Dani Girls Higher Secondary School) में दोपहर 3.00 बजे से पं. रविशंकर यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति, एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष, प्रसिद्ध खगोलभौतिकविद प्रो एस के पाण्डेय द्वारा चंद्रयान मिशन एक, दो तथा तीन के बारे में पीपीटी प्रर्दशन के साथ व्याख्यान दिया जाएगा। इस अवसर पर प्रो एस के पाण्डेय द्वारा इसरो के चंद्रयान मिशन, इसके समकक्ष दूसरे देशों के चन्द्र अभियानों और अंतरिक्ष (Space Technology) से जुड़े सवालों के जवाब दिए जायेंगे। इस पॉपुलर साइंस लेक्चर के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डीजी एस एस बजाज होंगे।

सीकास्ट के डीजी एस एस बजाज द्वारा दी जायेगी छत्तीसगढ़ में इसरो के कामों की जानकारी

उनके द्वारा इसरो की सहायता से छत्तीसगढ़ में स्पेस टेक्नोलॉजी के उपयोग हेतु किए जा रहे कामों को बताया जायेगा और विद्यार्थियो और आम लोगों के बीच छत्तीसगढ़ काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित विभिन्न लोकप्रिय विज्ञान कार्यक्रमों की जानकारी दी जायेगी। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के अध्यक्ष प्रो एम एल नायक विशिष्ट अतिथि रहेंगे जबकि दानी गर्ल्स स्कूल के प्रिंसीपल विजय खंडेलवाल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस लेक्चर में विज्ञान सभा के कार्यकारी अध्यक्ष विश्वास मेश्राम, एससीईआरटी के एजुकेशन सेटेलाइट “एडूसेट” के प्रभारी दीपांकर भौमिक, विज्ञान सभा रायपुर इकाई की संयोजिका अंजू मेश्राम, सीबीएस पीआरएसयू के असिस्टेंट प्रोफेसर डा लक्ष्मीकांत चावरे और एस्ट्रो फिजिक्स डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डा नंद कुमार चक्रधारी की उल्लेखनीय उपस्थिति रहेगी।

ज्ञात हो कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर मिशन चंद्रयान 3 के रोवर की सॉफ्ट लैंडिंग 23 अगस्त की शाम 6.04 बजे संभावित है। इसके सफल होने पर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत दुनियां का पहला देश होगा। रूस के लूना 25 मिशन के असफल होने के बाद दुनियां भर के अंतरिक्ष वैज्ञानिक इस चंद्रयान 3 मिशन को बहुत उम्मीद के साथ देख रहे हैं। इस लेंडिंग के साक्षी बनने और भारत के अंतरिक्ष अभियान के महत्व और उस की उपलब्धियों को बताने तथा विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने के लिए विज्ञान सभा द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

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