नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के पहले टेस्ट मैच में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के खेलने को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। इस बीच पूर्व क्रिकेटर सुरेंद्र खन्ना ने रोहित के दूसरी बार पिता बनने पर उन्हें बधाई दी। लेकिन उन्होंने भारतीय टेस्ट कप्तान से अब एक महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज में जल्द से जल्द शामिल होने के लिए कहा।
रोहित ने बीसीसीआई से पहले ही निजी कारणों के चलते पहले टेस्ट से ब्रेक की बात कह दी थी। इसलिए, पर्थ टेस्ट में उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह टीम की कमान संभाल सकते हैं।
खन्ना ने आईएएनएस को बताया, “सबसे पहले मैं रोहित और उनके परिवार को इस खुशी के मौके पर बधाई देना चाहता हूं। रोहित की अब एक बेटी और एक बेटा है, यानी अब उनका परिवार पूरा हो गया है और उसके लिए उन्हें बधाई। अब रोहित को जल्द से जल्द टीम के साथ शामिल हो जाना चाहिए। मुझे याद है जब मेरी शादी हुई थी, तो मुझे अपने रिसेप्शन के दिन ही एक मैच के लिए लौटना था। जब मैं अपने कमरे में पहुंचा, तो सुबह के 4 बज रहे थे और मेरी पत्नी ने मुझे मैच के लिए एयरपोर्ट जाने के लिए जगाया। इस तरह की प्रतिबद्धता ही खिलाड़ियों को एक अलग पहचान दिलाती है।”
न्यूजीलैंड के खिलाफ शर्मनाक हार झेलने के बाद टीम इंडिया अब ऑस्ट्रेलिया का सामना करने के लिए तैयारी में लीन है। घर पर कीवी टीम के खिलाफ 3-0 से क्लीन स्वीप होने के बाद टीम इंडिया का आत्मविश्वास कमजोर पड़ रहा होगा।
इस निराशाजनक परिणाम ने महत्वपूर्ण ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए उनकी परेशानियों को और बढ़ा दिया है।
पहला टेस्ट 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगा। एडिलेड 6 दिसंबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट की मेजबानी करेगा। इसके बाद 14 दिसंबर को ब्रिस्बेन में तीसरा टेस्ट खेला जाएगा। बॉक्सिंग डे टेस्ट 26 दिसंबर को मेलबर्न में शुरू होगा। पांचवां और अंतिम टेस्ट 3 जनवरी, 2025 को सिडनी में खेला जाएगा।
यह पहली बार होगा जब टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद आगामी श्रृंखला भारत की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की उम्मीदों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत का अंक प्रतिशत वर्तमान में 58.33 प्रतिशत है, जो स्टैंडिंग में टेबल-टॉपर ऑस्ट्रेलिया से पीछे है।
लगातार तीसरे डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की अपनी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए भारत को पांच में से कम से कम चार टेस्ट जीतने होंगे।