मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने वनडे क्रिकेट को लेकर उठ रहे सवालों पर स्पष्ट जवाब देते हुए कहा है कि उनका करियर अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी साफ किया कि वह इस बात को अच्छे से समझते हैं कि कब उन्हें मैदान को अलविदा कहना है।
हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर चुके रोहित ने एक इंटरव्यू में कहा कि वह तब तक खेलते रहेंगे जब तक उन्हें लगेगा कि वे टीम के लिए उपयोगी हैं। रोहित ने कहा, “जिस दिन लगेगा कि मैं टीम की मदद नहीं कर पा रहा हूं, उसी दिन संन्यास ले लूंगा।”
वनडे क्रिकेट को लेकर उन्होंने कहा कि अब वे अपने खेलने के अंदाज में बदलाव ला चुके हैं। “पहले मैं दस ओवर में तीस गेंदें खेलता था और सिर्फ दस रन बनाता था, लेकिन अब अगर मैं बीस गेंद खेलता हूं, तो मैं तीस या पचास रन क्यों नहीं बना सकता? मैंने पहले भी रन बनाए हैं, अब मैं क्रिकेट को एक अलग नजरिए से देखता हूं,” रोहित ने कहा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी भी चीज को हल्के में नहीं लेते और प्रदर्शन को लेकर हमेशा गंभीर रहते हैं। “यह नहीं सोचता कि चीजें यूं ही चलती रहेंगी। जिस दिन लगेगा कि मैदान पर वह नहीं कर पा रहा हूं, जो करना चाहता हूं, मैं रुक जाऊंगा। लेकिन अभी मुझे पता है कि मैं टीम की मदद कर रहा हूं,” उन्होंने दो टूक कहा।
टी-20 वर्ल्ड कप के बाद संन्यास लेने के फैसले पर बात करते हुए रोहित ने कहा, “अगर हम वर्ल्ड कप नहीं भी जीतते, तब भी मैं टी-20 से संन्यास लेता। मैंने काफी कोशिश कर ली थी और मुझे लगता था कि अब आगे बढ़ना चाहिए। जीतने के बाद भी अगर लगता है कि प्रदर्शन अच्छा है और टीम को मदद मिल रही है, तो क्यों नहीं इसे जारी रखा जाए?”
रोहित शर्मा का यह बयान उन सभी अटकलों पर विराम लगा देता है जो उनके वनडे भविष्य को लेकर लगाए जा रहे थे। वे फिलहाल पूरी स्पष्टता के साथ खेल को जारी रखने के मूड में हैं, लेकिन कब रुकना है, इसका फैसला वे खुद करेंगे – मैदान पर अपने प्रदर्शन को आधार बनाकर।